मील वाले बाबा के उर्स पर आज कव्वाली
हजरत सैय्यद अब्दुल रहमान शाह मील वाले बाबा का आस्ताना सांप्रदायिक सद्भावना का यहां सबसे बड़ा केन्द्र बन गया है....

धमतरी। हजरत सैय्यद अब्दुल रहमान शाह मील वाले बाबा का आस्ताना सांप्रदायिक सद्भावना का यहां सबसे बड़ा केन्द्र बन गया है। सभी वर्गों के लोग अपने अकीदत के फूल चढ़ाने के लिए पहुंचते हैं। सुबह से देर रात तक जायरिनों का तांता लगा रहता है। सबसे बड़ी बात यह है कि पिछले 20 सालों से इस आस्ताने के खादिम के रूप में कन्नू अग्रवाल अपनी सेवा दे रहे हैं। उनका कहना है कि सच्चे दिल से मांगी हुई हर दुवा यहां कबूल होती है। गुरूवार को हजरत सैय्यद अब्दुल रहमान शाह मील वाले बाबा का उर्सपाक धूमधाम से मनाया जा रहा है। उर्सपाक कमेटी, कौमी एकता मंच समेत विभिन्न संगठनों ने इस मौके पर कव्वाली समेत विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया है।
उल्लेखनीय है कि हजरत सैय्यद अब्दुल रहमान शाह के दरबारे आली में हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई समेत सभी वर्गों के लोग मत्था टेकने आते हैं। किंवदंतियों के अनुसार यह मजार शरीफ करीब 3 सौ साल पुरानी है। पहले यहां निर्जन स्थान था। बाबा साहब ने सालों अकेले रहकर इबादत की। उनके वफात के बाद वहां मजार पाक बना दी गई। प्रारंभ में स्वर्गीय सेठ फकीरचंद अग्रवाल मजार की खिदमत करते रहे। यह सिलसिला आज भी उनके परिवार के लोग सम्हाले हुए हैं।
इस परिवार के कमल अग्रवाल का कहना है कि बाबा साहब का करम है कि उनके साए में रहकर जिंदगी हंसी-खुशी के साथ गुजर रही है। उनका आगे कहना है कि बाबा से जिसे भी मोहब्बत हुई है, उसकी जिंदगी संवर गई है। इधर बुधवार की शाम शाही चादर निकली। जिसे शहर गश्त पश्चात सलातो सलाम के नजराने के साथ मराज में पेश किया गया. आज को बाद नमाज फजर गुसल हुआ। इसके बाद कुरानख्वानी हुई। दोपहर में लंगर हुआ।
आज होगी कव्वाली
हजरत सैय्यद अब्दुल रहमान शाह के उर्सपाक के सिलसिले में आज शाम कव्वाली का कार्यक्रम घड़ी चौक में होगा, जिसमें इंटरनेशनल कव्वाल अनीस नवाब शिरकत करेंगे। कौमी एकता मंच के अध्यक्ष श्यामलाल यादव ने बताया कि कार्यक्रम में सर्वसमाज के सभी प्रमुख लोग मौजूद रहेंगे।


