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संक्रमितों की कलाई पर आरोग्य सेतु वाला बैंड लगाएं : सुशील मोदी

बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने एक बयान जारी कर कहा, "प्रवासी बिहारियों को 1-1 हजार की मदद के लिए मुख्यमंत्री विशेष सहायता योजना के कार्यान्वयन के लिए जारी लिंक, जिसकी पूरे देश में सराहना हो रही

संक्रमितों की कलाई पर आरोग्य सेतु वाला बैंड लगाएं : सुशील मोदी
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पटना। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद के साथ देशभर के आईटी मंत्रियों की मंगलवार को हुई वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान बिहार के उपमुख्यमंत्री और आईटी मंत्री सुशील कुमार मोदी ने कोरोना संक्रमितों व क्वारंटीन किए गए लोगों की कलाई पर आरोग्यसेतु आधारित बैंड लगाने सुझाव दिया, जिससे उनके शरीर के तापमान, बीमारी के लक्षण व मूवमेंट की ट्रैकिंग व मॉनिटरिंग की जा सकें। उनकी मांग पर केंद्रीय मंत्री ने जानकारी दी कि शीघ्र ही आरोग्य सेतु एप स्मार्ट फोन के साथ फीचर फोन पर भी डाउनलोड किया जा सकेगा। मोदी ने बताया कि बिहार में अब तक 38 लाख लोगों ने आरोग्य सेतु एप को डाउनलोड किया है, जिनमें पटना में सर्वाधिक 5़ 62 लाख व मुजफ्फरपुर में 1़81 लाख लोग शामिल हैं।

सुशील मोदी ने एक बयान जारी कर कहा, "प्रवासी बिहारियों को 1-1 हजार की मदद के लिए मुख्यमंत्री विशेष सहायता योजना के कार्यान्वयन के लिए जारी लिंक, जिसकी पूरे देश में सराहना हो रही है, की प्रक्रिया को झारखंड व उत्तर प्रदेश के साथ साझा किया गया है।"

उन्होंने आगे बताया, "जियो फेंसिंग तकनीक पर आधारित इस लिंक को बिहार व नेपाल में रहने वाला कोई व्यक्ति क्लिक नहीं कर पाएगा। इसमें आधार व बैंक खाता बिहार का होना चाहिए तथा इसकी सेल्फी भी जियो टैंगिंग हैं, जिसका जिलों में पदाधिकारी आधार के फोटो से मिलान करते हैं।"

भाजपा नेता ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान 57 जेलों में बंद कैदियों से उनके 1836 परिजनों को ई-मुलाकात एप के जरिए वीडियो कांफ्रेंसिंग कराई गई है। इसके साथ ही आंगनबाड़ी केंद्रों के बंद होने के बावजूद 'आंगनबाड़ी पोर्टल' के जरिए आधार व बैंक खातों का संग्रह किया गया है, जिससे एक करेाड़ से ज्यादा लाभार्थियों को लाभ मिलेगा। आईटी के सहयोग से राज्य के 30 जिलों में गाड़ियों व व्यक्तियों के लिए ऑनलाइन ई-कर्फ्यू पास की व्यवस्था लागू की गई है।

इसके अलावा 'बिहार आपदा सहयोग' पोर्टल पर आधार व बैंक खाता का डेटा संग्रह कर उससे राशन कार्ड के डेटा का मिलान किया जा रहा है, ताकि डुप्लीकेट कार्ड निर्गत न हो सके। इसके साथ ही 5 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की कोरोना राहत राशि आधार से जुड़े बैंक खातों में पीएफएमएस प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर सीधे भेजी जा रही है।


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