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गैंगवार में पूर्वांचल का कुख्यात बदमाश रईस बनारसी मारा गया 

 उत्तर प्रदेश में वाराणसी के दशाश्वमेध क्षेत्र में वर्चस्व को लेकर छिड़ी गैंगवार में पूर्वांचल का कुख्यात 50 हजार का इनामी बदमाश रईस बनारसी समेत दो बदमाश मारे गए

गैंगवार में पूर्वांचल का कुख्यात बदमाश रईस बनारसी मारा गया 
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वाराणसी। उत्तर प्रदेश में वाराणसी के दशाश्वमेध क्षेत्र में वर्चस्व को लेकर छिड़ी गैंगवार में पूर्वांचल का कुख्यात 50 हजार का इनामी बदमाश रईस बनारसी समेत दो बदमाश मारे गए।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुरेश राव आनंद कुलकर्णी ने शनिवार को बताया कि गोलीबारी में रईस अहमद उर्फ रईस बनारसी और राकेश अग्रहरि की गोली लगने से मृत्यु हो गई। शुरुआती जांच में यह घटना आपसी वर्चस्व की लड़ाई का नतीजा लगती है लेकिन जांच पूरी के बाद ही वास्तविक कारणों का पता चल पायेगा।

उन्होंने बताया कि दशाश्वमेध क्षेत्र मे पतालेश्वर मंदिर मुहल्ले में रहने वाले दोनों युवक कभी घनिष्ठ मित्र हुआ करते थे लेकिन रंगदारी एवं जमीन की दलाली से आने वाली मोटी रकम को लेकर हुए अापसी विवाद के बाद वे एक दूसरे के “खून के प्यासे” बन गए थे। आशंका है कि लंबे समय से चल रहे इसी विवाद के कारण शुक्रवार को पातालेश्वर मुहल्ले में हत्याएं हुईं।

उन्होंने बताया कि गोली लगने के बाद दोनों को कबीर चौरा स्थित मंडलीय अस्पताल में भर्ती करवाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। रईस की पैंट से एक पिस्तौल एवं कई जिंदा कारतूस बरामद हैं। शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिये गये हैं तथा मामले की जांच की जा रही है।

पुलिस सूत्रों ने बताया कि मूल रुप से कानपुर के निवासी रईस नई सड़क पर एक धार्मिक स्थल के सामने घायल अवस्था में पड़ा मिला था जिसे बाद उसे अस्पताल पहुंचाया गया। मृत घोषित किये जाने के काफी समय बाद उसकी पहचान नहीं हो पायी थी। वह वाराणसी में अपने ननिहाल में रह रहा था।

उन्होंने बताया कि रईस पर कानपुर के अलावा वाराणसी, इलाहाबाद समेत पूर्वांचल के कई जिलों में लूटपाट, हत्या, रंगदारी मांगने समेत कई संगीन आपराधिक मामले दर्ज हैं। वह वर्ष 2015 में केंद्रीय कारागार से बरेली केंद्रीय कारागार ले जाते समय पुलिस की गिरफ्त से फरार हो गया था। तभी से पुलिस को उसकी तलाश थी। पुलिस ने उस पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया हुआ था।

सूत्रों ने बताया कि गोलीबारी में मारा गया राकेश भी हिस्ट्रीशीटर था। उस पर संपत्ति विवाद में अपनी सौतेली मां की गोली मारकर हत्या के प्रयास करने समेत अनेक आपराधिक मामले दर्ज हैं। वह इसी वर्ष मार्च में जमानत पर जेल से रिहा हुआ था। आजकल जमीन के कारोबार के अलावा साड़ी का व्यवसाय कर रहा था।

उन्होंने बताया कि गोलीबारी की जानकारी मिलने के बाद श्री कुलकर्णी के अलावा पुलिस अधीक्षक (नगर) दिनेश कुमार सिंह, दशाश्वमेध के क्षेत्राधिकारी अभिनव यादव समेत पुलिस के कई आला अधिकारियों ने घटनास्थल का जायजा लिया। उन्होंने स्थानीय निवासियों से गोलीबारी के बारे में जानकारी हासिल की।


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