भाजपा पंजाब के नेताओं से सलाह नहीं लेती : परगट सिंह का कैप्टन पर तंज
पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि भाजपा हाईकमान उनसे सलाह नहीं लेती

परगट सिंह का बड़ा बयान: विचारधारा की लड़ाई है, निजी लड़ाई नहीं
- पंजाब के मुद्दों पर नेताओं की चुप्पी: परगट बोले- राज्य गड्ढे में जा रहा है
- कैप्टन की वापसी पर परगट का कटाक्ष: उम्र ज़्यादा, कांग्रेस को फायदा कम
नई दिल्ली। पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि भाजपा हाईकमान उनसे सलाह नहीं लेती। इस पर तमाम नेताओं की प्रतिक्रिया सामने आ रही है। कांग्रेस विधायक परगट सिंह ने कहा कि भाजपा और कांग्रेस का काम करने का अपना एक तरीका है।
कांग्रेस विधायक परगट सिंह ने कहा कि जिस पार्टी में आप अधिक समय तक रहे हैं, उसके कल्चर में आप खुद को अधिक आरामदायक महसूस करते हैं। वैसे भी भाजपा अपने फैसले लेने के लिए पंजाब के किसी नेता से नहीं पूछती।
कांग्रेस कल्चर को कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा याद किए जाने पर परगट सिंह ने कहा कि दुश्मनी नहीं, बल्कि विचारधारा की लड़ाई होती है। लोग विचारों की लड़ाई नहीं लड़ रहे, बल्कि अपने लिए लड़ाई लड़ रहे हैं। बात उसूलों और विचारधारा की है, लेकिन इस पर कोई बात नहीं करता।
उन्होंने कहा कि राज्य के कई मुद्दे हैं, राज्य गड्ढे में जा रहा है। शिक्षा और स्वास्थ्य की तमाम समस्याएं हैं, लेकिन इस पर कोई बात नहीं करता। चाहे राजनीतिक दल हों या नेता, वे ऐसी बात नहीं करते जिससे पंजाब के लोगों का फायदा हो। मुद्दों पर बात करेंगे तो उसका समाधान निकलेगा।
परगट सिंह ने कहा कि एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगाने से किसी की छवि बन या बिगाड़ सकती है, लेकिन उससे पंजाब को कोई फायदा नहीं होने वाला।
कैप्टन अमरिंदर सिंह के दोबारा कांग्रेस में आने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह उनका फैसला है। मेरी लड़ाई सिर्फ विचारधारा की है। मैं हमेशा पंजाब और देश की बात करता हूं। मैं लोगों की राय लेकर बोलता हूं और कदम उठाता हूं। वे बड़े नेता हैं, उनके पास राजनीति का लंबा अनुभव है।
उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह की उम्र अधिक हो चुकी है। मुझे नहीं लगता कि उनके वापस कांग्रेस में आने से पार्टी को कोई बड़ा फायदा मिलने वाला है।


