पंजाब की महिला किसानों ने जलवायु से प्रभावित फसलों के लिए राहत की मांग की
संयुक्त किसान मोर्चा की सदस्य महिला किसान यूनियन ने रविवार को कहा है कि अप्रैल में हुई बेमौसम बारिश से किसानों की फसलों को नुकसान हुआ है

जालंधर। संयुक्त किसान मोर्चा की सदस्य महिला किसान यूनियन ने रविवार को कहा है कि अप्रैल में हुई बेमौसम बारिश से किसानों की फसलों को नुकसान हुआ है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने किसानों को फसल के नुकसान का मुआवजा देने का वादा किया था। लेकिन उनके वादे के बावजूद किसान अभी भी राहत से वंचित हैं। जालंधर में महिला किसान यूनियन की अध्यक्ष राजविंदर कौर राजू ने कहा कि राजस्व विभाग के अधिकारी रबी फसलों को हुए नुकसान के बारे में पटवारियों द्वारा भेजी गई आकलन रिपोर्ट को मानने से इनकार कर रहे हैं। प्रभावित किसानों को 25 से 75 प्रतिशत तक की फसल क्षति के लिए एक पैसा भी नहीं मिला है।
महिला किसान नेता ने कहा कि 2022 में विधानसभा चुनाव जीतने से पहले सीएम मान ने गारंटी दी थी कि गिरदावरी रिपोर्ट से पहले ही किसानों को 20 हजार रुपये प्रति एकड़ की दर से मुआवजा दिया जाएगा। लेकिन जैसे ही सरकार बनी, मान इन गारंटियों और किसानों को दिए गए अन्य वादों से मुकर गए।
उन्होंने मुख्यमंत्री सहित आप सरकार के मंत्रियों और नेताओं से कहा कि समाचार पत्रों, टीवी चैनलों और सोशल मीडिया के माध्यम से झूठे प्रचार अभियान के बजाय उन्हें वास्तव में जमीन पर काम करना चाहिए और जनता की शिकायतों का समाधान करना चाहिए।
आगे कहा कि सीएम मान के विधानसभा क्षेत्र धुरी में भी गन्ना किसान अपना बकाया पाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। उन्होंने संयुक्त किसान मोर्चा पंजाब के नेताओं और सभी किसान संगठनों से प्रभावित किसानों को तत्काल मुआवजा देने के लिए सरकार को अल्टीमेटम देने को कहा है।


