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पंजाब विस. उपचुनावों में कांग्रेस को पटखनी देने के लिए अकाली-भाजपा की रणनीति तय

पंजाब में शिराेमणि अकाली दल(शिअद) और भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) गठबंधन ने राज्य की चार विधानसभा सीटों के लिए 21 अक्तूबर को होने वाले चुनावों में कांग्रेस को पटखनी देने के लिए संयुक्त रणनीति बनाई है

पंजाब विस. उपचुनावों में कांग्रेस को पटखनी देने के लिए अकाली-भाजपा की रणनीति तय
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चंडीगढ़। पंजाब में शिराेमणि अकाली दल(शिअद) और भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) गठबंधन ने राज्य की चार विधानसभा सीटों के लिए 21 अक्तूबर को होने वाले चुनावों में कांग्रेस को पटखनी देने के लिए संयुक्त रणनीति बनाई है।

दोनों दलों के शीर्ष नेताओं की आज यहां हुई एक अहम बैठक में संयुक्त रणनीति तय करने को लेकर विस्तृत विचार विमर्श हुआ तथा इसमें इन दलों ने अपने अपने पदाधिकारियों, नेताओं और कार्यकर्ताओं की संयुक्त जिम्मेदारियां तय कीं। बैठक शिअद अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्वेत मलिक की अध्यक्षता में हुई। दोनों नेताओं ने दावा किया कि हाल के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस की करारी शिकस्त होने के बाद प्रदेश के उपचुनावों में भी जनता इसे सबक सिखाएगी।

दोनों नेताओं ने कहा कि अकाली-भाजपा गठबंधन अटूट है और दोनों दलों के कार्यकर्ता पूरे उत्साह के साथ गठबंधन उम्मीदवारों को जिताने के लिए चुनाव मैदान में उतर चुके हैं। इन्होंने आरोप लगाया कि राज्य की कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार राज्य में स्थानीय निकाय, पंचायतीराज चुनावों और उप-चुनावों में जमकर धांधली और गुंडागर्दी करने के साथ सरकारी तंत्र का दुरूपयोग किया। राज्य सरकार इन उप-चुनावों में इसे दोहराने और विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं पर झूठे मामले दर्ज करने की कथित तौर पर रणनीति तैयार कर चुकी है।

इन नेताओं ने कहा कि अकाली-भाजपा कार्यकर्ता कांग्रेसियों के भ्रष्टाचार और धांधलियों को जनता के दरबार में लेकर जाएंगे वह ही इन पर इंसाफ करे। श्री मलिक ने कहा कि वह गत तीन साल से कैप्टन सरकार से उसकी उपलब्धियों पर श्वेत-पत्र जारी करने की मांग कर रहे हैं लेकिन उसने ऐसा नहीं किया। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार और अनेक कांग्रेस नेताओं का रेत माफिया, तेल माफिया, शराब माफ़िया और अपराधियों को संरक्षण मिला हुआ है और सरकार इन्हीं के दबाव में काम कर रही है। उसने राज्य को कंगाली के कागार पर ला खड़ा किया है।

बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अविनाश राय खन्ना, केंद्रीय मंत्री सोम प्रकाश, प्रदेश संगठन मंत्री दिनेश कुमार शर्मा, दलजीत सिंह चीमा, उपिंदर जीत कौर, पूर्व भाजपा अध्यक्ष कमल शर्मा, अश्विनी शर्मा, विजय सांपला, मनोरंजन कालिया, तीक्ष्ण सूद, महामंत्री राकेश राठौर, सरबजीत सिंह मक्कड़, पवन कुमार टीनू, बलदेव खेड़ा, दयाल सिंह सोढी, परवीन बंसल, अबोहर से विधायक अरुण नारंग, फगवाड़ा से भाजपा उम्मीदवार राजेश बागा, रमन पब्बी और अन्य नेता और कार्यकर्ता उपस्थित थे।


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