पंजाब : पराली जलाने के मामलों में इजाफा
फसल के अवशेष नहीं जलाने के लिए किसानों को वित्तीय प्रोत्साहन देने व सख्ती के बावजूद पंजाब में इस सीजन में बीते साल के मुकाबले पराली जलाने के मामलों में इजाफा हुआ है। पर्यावरण कार्यकर्ताओं ने बुधवार को

चंडीगढ़। फसल के अवशेष नहीं जलाने के लिए किसानों को वित्तीय प्रोत्साहन देने व सख्ती के बावजूद पंजाब में इस सीजन में बीते साल के मुकाबले पराली जलाने के मामलों में इजाफा हुआ है। पर्यावरण कार्यकर्ताओं ने बुधवार को यह जानकारी दी।
एक कार्यकर्ता ने आईएएनएस से कहा कि मंगलवार तक पराली जलाने के कुल 50,967 मामले सामने आए हैं, जबकि बीते साल यह आंकड़ा 50,576 रहा था।
राज्य भर में सिर्फ मंगलवार को पराली जलाने के 1,289 मामले रिपोर्ट किए गए।
धान के इस सीजन में फसल अवशेष जलाने की अधिकतम संख्या 6,632 संगरूर जिले में सामने आई। इसके बाद बठिंडा (5,700), फिरोजपुर (4,803) और पटियाला (3,973) जिले रहे।
राज्य सरकार द्वारा छोटे व सीमांत किसानों को धान की पराली नहीं जलाने के लिए 2,500 रुपये प्रति एकड़ भुगतान करने का फैसला करने बावजूद पराली जलाने में बढ़ोतरी हुई है।
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने पराली जलाने पर प्रतिबंध का उल्लंघन करते पाए जाने पर सख्त कार्रवाई करने का आदेश दिया है।


