कैप्टन के चेहरे पर विवाद शुरू
पंजाब कांग्रेस में झगड़ा अभी खत्म नहीं हुआ है...जहां पहले सिद्धू और कैप्टन आमने-सामने थे, तो वहीं अब सीएम का चेहरा भी बवाल की वजह बन गया...कैप्टन अमरिंदर सिंह के चेहरे पर चुनाव लड़ने के मुद्दे पर विवाद शुरू हो गया है...इस विवाद ने हरीश रावत के माथे पर शिकन को बढ़ा दिया...क्योंकि सीधे सवाल उनके बयान को लेकर दागे जा रहे हैं...

पंजाब विधानसभा चुनाव को अब ज्यादा वक्त नहीं बचा है...लेकिन कांग्रेस के लिए चुनाव से पहले ही परेशानियों का पहाड़ खड़ा हो गया है...विरोधी दल तो उसके सामने चुनौती हैं ही, लेकिन अब तो पार्टी में छिड़ी कलह भी मुश्किलें बढ़ा रही है...जिसे खत्म करने के लिए पार्टी पूरी कोशिश कर रही है...लेकिन कलह सुलह में तब्दील नहीं हो रही...वर्चस्व से लेकर सीएम के चेहरे पर छिड़े विवाद ने नया मोड़ ले लिया...जिसमें कांग्रेस नेताओं ने कठघरे में हरीश रावत को ही खड़ा कर दिया...दरअसल जब कैप्टन के चेहरे को लेकर महासचिव और विधायक परगट सिंह से सवाल किया गया तो, उन्होंने कहा कि हरीश रावत ही बता सकते हैं ये फैसला कब हुआ? अगर कैप्टन के चेहरे पर चुनाव लड़ेंगे तो इस बात का पंजाब की राजनीति पर असर पड़ेगा.....परगट सिंह ने कहा कि 2 महीने पहले खड़गे कमेटी जब बनी थी तब ये फैसला हुआ था कि पंजाब के चुनाव सोनिया गांधी और राहुल गांधी की अगुवाई में लड़े जाएंगे.लेकिन ये तो अब रावत जी बता सकते हैं कि कैप्टन की अगवाई में चुनाव लड़ने का फैसला कब हुआ है...दरअसल हरीश रावत ने हाल में कहा था कि पंजाब विधानसभा का चुनाव अमरिंदर सिंह के नेतृत्व में लड़ा जाएगा जिसके बाद नेताओं में खलबली मच गई थी...यहां तक कि पंजाब के चार मंत्री- तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा, सुखबिंदर सिंह सरकारिया, सुखजिंदर सिंह रंधावा, और चरणजीत सिंह चन्नी और तीन विधायक उनसे मिलने गए थे....दरअसल, ये सभी नेता अमरिंदर सिंह को हटाना चाहते हैं...इस मुलाकात के बाद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के करीबी माने जाने वाले परगट सिंह ने कहा कि रावत की घोषणा का पंजाब के मतदाताओं पर गहरा प्रभाव पड़ा है...इसीलिए अब आलाकमान को सोच समझकर फैसला लेना होगा...परगट सिंह के इस बयान से साफ है कि कैप्टन को लेकर अब भी पार्टी में विवाद छिड़ा है.


