लोक निर्माण विभाग में भ्रष्टाचार निरोधक शाखा ने मारा छापा
दिल्ली की आम आदमी पार्टी के खिलाफ भ्रष्टाचार के मुद्दे पर अब मोर्चाबंदी शुरू हो गई है
नई दिल्ली। दिल्ली की आम आदमी पार्टी के खिलाफ भ्रष्टïाचार के मुद्दे पर अब मोर्चाबंदी शुरू हो गई है।
कांग्रेस के 37 पूर्व विधायकों ने मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल व उनके मंत्रियों के खिलाफ शुंगलू कमेटी के आधार पर भ्रष्टाचार निरोधक कानून के तहत मुकदमा चलाऐ जाने की अनुमति के लिए दिल्ली के उपराज्यपाल से मुलाकात की तो और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने दावा किया कि उपराज्यपाल ने प्रतिनिधिमण्डल को उचित कार्यवाही करने का भरोसा दिया है।
वहीं भ्रष्टïाचार निरोधक शाखा की एक टीम ने लोक निर्माण विभाग में छापा मारा।
बता दें कि अरविंद केजरीवाल पर एक आरटीआई कार्यकर्ता ने आरटीआई के हवाले से आरोप लगाया कि नाले के मरम्मत का ठेका दिया गया रेणू कंस्ट्रक्शन को दिया गया था जो कि सीधे तौर पर केजरीवाल के साढू सुरेंद्र बंसल की कंपनी थी।
मुकरबा चौक पर स्थित लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता अधिकारी के यहां छापा मारा गया और देर शाम तक यह कार्यवाई चल रही। भ्रष्टïाचार निरोधक शाखा ने बीते दिनों नामजद तीन एफआईआर दर्ज की थी और उसके बाद ही यह पहली छापा की कार्रवाई की गई है।
इसके बाद भाजपा भी आक्रमक हो गई और भाजपा ने अरविन्द केजरीवाल को लोक निर्माण विभाग में उनके रिश्तेदारों द्वारा किये गये घोटालों के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार बताया। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के रिश्तेदार सुरेन्द्र बंसल और अन्य रिश्तेदारों द्वारा लोक निर्माण विभाग में किये गये घोटालों के संबंध में एक एनजीओ द्वारा प्रस्तुत किये गये दस्तावेजों और फाइल किये गये मामले के बाद अब यह सिद्ध हो गया है कि ये घोटाले अरविन्द केजरीवाल की पूरी जानकारी में हुये हैं।
दिल्ली के लोगों को यह विश्वास हो गया है कि सरकार के लोक निर्माण विभाग और अन्य विभागों में हो रहे भ्रष्टाचार और भाई भतीजावाद, मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल की सहमति से हो रहे हैं और वह इन घोटालों के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार हैं।


