विद्यार्थियों को मंच प्रदान करना विज्ञान परीक्षा का उद्देय
विज्ञान भारती, भारतीय विरासत मेें मूलरूप में सहेज कर वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देने, अंतरिक्ष, आयुर्वेद, विज्ञान तकनीक आदि पर भारतीय पद्धतियों को स्कूल कालेजों के माध्यम से लोगों तक पहुंचाने का काम करती

विज्ञान भारती के प्रांत संयोजक संतोष दुबे की पत्रकारों से चर्चा
बिलासपुर। विज्ञान भारती, भारतीय विरासत मेें मूलरूप में सहेज कर वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देने, अंतरिक्ष, आयुर्वेद, विज्ञान तकनीक आदि पर भारतीय पद्धतियों को स्कूल कालेजों के माध्यम से लोगों तक पहुंचाने का काम करती है। उक्त बातें छ.ग.विज्ञान भारती संस्थान के प्रांत संयोजक संतोष दुबे ने पत्रकार वार्ता के दौरान कही। उन्होंने कहा कि राज्य स्तरीय विद्यार्थी विज्ञान मंथन की परीक्षा का उद्देश्य वैज्ञानिक दृष्टिकोण एवं कौशल रखने वाले विद्यार्थियों की पहचान कर उनको एक मंच प्रदान करना है।
विज्ञान भारतीय पूरे अखिल भारतीय स्तर पर 27 स्वतंत्र इकाइयों के माध्यम से विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करती है जिसमें से विद्यार्थी विज्ञान मंथन भी एक है।
विज्ञान भारती विज्ञान एवं तकनीकी मंत्रालय, केंद्र सरकार के विज्ञान प्रसार एवं केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (एनसीईआरटी) के संयुक्त तत्वाधान में प्रतयेक वर्ष की तरह इस वर्ष भी 2017-18 में भी राष्ट्रीय स्तर की प्रतिभा खोज परीक्षा विद्यार्थी विज्ञान मंथन का आयोजन किय जा रहा हेै। जिसके प्रथम चरण में नवंबर माह में पूरे देश में एक साथ जिला स्तरीय परीक्षा का आयोजन हुआ, इस परीक्षा में पूरे देश भर से एक लाख हजार से अधिक विद्यार्थियों ने भाग लिया, जिसमें से 129 का चयन किया गया है।
छत्तीसगढ़ विज्ञान भारती संस्था द्वारा 4 फरवरी को राज्य स्तरीय विद्यार्थी विज्ञान मंथन की परीक्षा का आयोजन सुबह 9 बजे से सायं 5 बजे तक चौकसे इंजीनियरिंग कालेज में किया जाएगा।
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रो. जी.डी.शर्मा, कुलपति बीयू, मिलिंद मजुमदार सदस्य अकादमी समिति विद्यार्थी विज्ञान मंथन उद्घाटन पर मौजूद रहेंगे। तथा डॉ. आर के सचदेव, कुलसचिव मुक्त विवि एवं आशीर्ष जायसवाल प्रबंध निर्देशक चौकसे गु्रप आफ कालेज होगें।


