राल्टे राष्ट्रीय शिविर में शामिल होने पर गर्व
मिजोरम के छोटे से शहर चांपारी के रहने वाले दो युवा फुटबाल खिलाड़ी लालरुथाहा और लालडानमावई राल्टे राष्ट्रीय शिविर में आकर गर्व महसूस कर रहे हैं

नई दिल्ली। मिजोरम के छोटे से शहर चांपारी के रहने वाले दो युवा फुटबाल खिलाड़ी लालरुथाहा और लालडानमावई राल्टे राष्ट्रीय शिविर में आकर गर्व महसूस कर रहे हैं।
भारतीय टीम इस समय एएफसी एशियन कप क्वालीफायर में किर्गिस्तान के खिलाफ होने वाले मुकाबले से पहले शिविर में अभ्यास कर रही है। इसी शिविर से किर्गिस्तान के खिलाफ होने वाले मैच की टीम चुनी जाएगी।
मिजोरम के दोनों खिलाड़ी हालांकि राष्ट्रीय टीम में जगह पाने के मुद्दे पर कुछ नहीं कहना चाहते हैं। उनका कहना है कि टीम में चयन कोच स्टीफन कांस्टेनटाइन के हाथों में है।
एआईएफएफ द्वारा जारी किए गए बयान में राल्टे के हवाले से लिखा गया है, "हम दोनों फेडरेशन कप में खेल रहे थे। तब मेरी टीम के खिलाड़ी अल्बिनो गोमेस ने मुझे बताया कि हम दोनों राष्ट्रीय शिविर के लिए चुने गए हैं।"
उन्होंने कहा, "हमारे लिए विश्वास कर पाना मुश्किल था। भारत बहुत बड़ा देश है। यहां काफी खिलाड़ी खेल रहे हैं, हम भी उनमें से हैं। शिविर में आना हमारे लिए अलग तरह का अहसास है। हमारे लिए यह गर्व की बात है।" राष्ट्रीय टीम में चयन के मुद्दे पर दोनों खिलाड़ियों ने स्वर में कहा, "यह कोच का फैसला है। हमारा काम अपना सर्वश्रेष्ठ देना है।"
राष्ट्रीय शिविर के बारे में लालारुथाहा ने कहा, "यहां हम लोग काफी कड़ा अभ्यास कर रहे हैं। यह काफी संयोजित तरीके से चल रहा है। हमें समय के साथ चलना है। यह मुश्किल है लेकिन हम इसका आनंद उठा रहे हैं।"


