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अमेरिका: फिर हुई पुलिस के हाथों एक अश्वेत की हत्या

उत्तरी कैरोलिना में एक पुलिस अधिकारी द्वारा एक निहत्थे अश्वेत की गोली मारकर हत्या के बाद लोग आक्रोशित हैं.

अमेरिका: फिर हुई पुलिस के हाथों एक अश्वेत की हत्या
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फयेत्टविल में अफ्रीकी-अमेरिकी जेसन वॉकर की पुलिस अधिकारी जेफरी हैश द्वारा गोली मारकर हत्या करने के बाद स्थानीय लोगों ने इस सप्ताह कई छोटे प्रदर्शन किए. इस हत्याकांड ने उस बहस को वापस ताजा कर दिया है कि क्या पुलिस अमेरिका में अत्यधिक बल का प्रयोग करती है, विशेष रूप से अल्पसंख्यकों के खिलाफ.

जेफरी हैश शहर की पुलिस के साथ 2005 से नौकरी कर रहे हैं. शनिवार दोपहर को हुई वारदात के वक्त हैश ड्यूटी पर नहीं थे. हैश अपनी पत्नी और बेटी के साथ अपनी कार में यात्रा कर रहे थे, उस वक्त निहत्थे 37 वर्षीय अश्वेत वॉकर अपने माता-पिता के घर के पास सड़क पार कर रहे थे. कुछ पल बाद हैश ने वॉकर को गोली मार दी, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई. वास्तव में क्या हुआ इस पर विवाद है.

अफसर ने क्यों मारी गोली?

एक राहगीर ने गोलीबारी के तुरंत बाद घटना का वीडियो बनाया और उसे ऑनलाइन पोस्ट कर दिया, जिसमें आरोपी पुलिस अधिकारियों को अपने सहयोगियों को यह कहते हुए देखा जा सकता है कि वॉकर सड़क के बीच में कूद गया और उसने ब्रेक लगा दिया.

हैश के मुताबिक वॉकर खुद गाड़ी पर उछल गया, उसने एक विंडशील्ड वाइपर को तोड़ा और उससे विंडशील्ड को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की. नतीजतन, हैश को अपनी पत्नी और बेटी को बचाने के लिए हथियार उठाना पड़ा. लेकिन चश्मदीदों का कहना है कि रुकने से पहले हैश ने पैदल चल रहे वॉकर को टक्कर मार दी.

एक चश्मदीद एलिजाबेथ रिक्स ने कहा, "मैंने देखा कि हैश ने जेसन वॉकर को मारा ... फिर उसका शरीर विंडशील्ड से टकराया." उसके बाद रिक्स ने गोलियों की आवाज सुनी. उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि उसने पहली बार विंडशील्ड से पहली फायरिंग की और गाड़ी के बाहर तीन बार गोली चलाई."

छुट्टी पर भेजा गया आरोपी पुलिस वाला

पुलिस के मुताबिक हैश की काली पिकअप गाड़ी में टक्कर के कोई निशान नहीं थे, जबकि वॉकर के शरीर में गोली लगने के अलावा चोट के कोई निशान नहीं थे. आरोपी पुलिस अधिकारी को छुट्टी पर भेज दिया गया है लेकिन आरोपित या गिरफ्तार नहीं किया गया है. जांचकर्ताओं ने हत्या की जांच शुरू कर दी है.

इस बीच एक स्थानीय अदालत ने शूटिंग के बॉडी कैमरा वीडियो रिकॉर्ड जारी करने की अनुमति देने के उत्तरी कैरोलिना पुलिस प्रमुख के अनुरोध को स्वीकार कर लिया है. मानवाधिकार कार्यकर्ता बेंजामिन क्रंप ने कहा कि पीड़ित परिवार और फयेत्टविल में समुदाय इस सवाल का जवाब मांग रहे हैं कि ऑफ-ड्यूटी पुलिस अफसर ने "बेवजह गोली मारकर हत्या" क्यों की.

उन्होंने एक बयान में कहा, "हमारे पास यह मानने के लिए मजबूर करने वाले कारण हैं कि यह पहले गोली मारो, फिर पूछो का मामला है." क्रंप को पुलिस की बर्बरता के खिलाफ लड़ाई लड़ने वाले के तौर पर जाना जाता है.

जॉर्ज फ्लॉयड मामले में क्रंप ने उनके परिवार का प्रतिनिधित्व किया था. वह अब वॉकर का केस लड़ेंगे. क्रंप के मुताबिक, "अमेरिका में अश्वेत बच्चों के बिना पिता के बड़े होने के कई कारण हैं. लेकिन वह (शूटिंग) कारण स्वीकार्य नहीं है. हमारे लिए इन किशोरों को यह बताना अस्वीकार्य है कि उनके पिता को अनावश्यक, अन्यायपूर्ण और असंवैधानिक रूप से गोली मार दी गई थी. किसी ऐसे व्यक्ति द्वारा जिस पर उनके पिता की रक्षा और सेवा करने की जिम्मेदारी थी."

अमेरिका में हर साल औसतन 1,000 लोग पुलिस अधिकारियों द्वारा मारे जाते हैं. मृतकों में ज्यादातर अश्वेत होते हैं. ऐसे मामलों में पुलिस अधिकारी को कभी कभार ही सजा मिलती है. हालांकि, 2020 में जॉर्ज फ्लॉयड की हत्या के मामले के बाद बड़े पैमाने पर नस्लवाद विरोधी प्रदर्शनों के मद्देनजर अदालतों में कुछ बदलाव हो रहे हैं. कुछ मामलों में गलत काम करने वाले पुलिस अधिकारियों को दंडित किया गया है.


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