कुलदीप बिश्नोई को बिश्नोई रत्न देने के विरोध में रोष प्रदर्शन
हरियाणा में आदमपुर से कांग्रेस विधायक और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी भजनलाल के पुत्र कुलदीप बिश्नोई को बिश्नोई रत्न देने के विरोध में स्वर मुखर होने लगे हैं।

हिसार । हरियाणा में आदमपुर से कांग्रेस विधायक और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी भजनलाल के पुत्र कुलदीप बिश्नोई को बिश्नोई रत्न देने के विरोध में स्वर मुखर होने लगे हैं।
इस मामले में बिश्नोई समाज के लोगों में रोष व्यक्त है और इसी के चलते आदमपुर के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता मनोज पाल बिश्नोई के नेतृत्व में बिश्नोई समाज के लोगों ने आज यहां क्रांतिमान पार्क में मुंह पर काली पट्टियां बांध कर रोष प्रदर्शन किया। इनका कहना था कि बिश्नोई समाज के कई अन्य लोग जिन्होंने समाज हित के लिए अनेक कार्य किए है वे इस सम्मान के हकदार हैं न कि श्री कुलदीप बिश्नोई।
श्री मनोज पाल बिश्नोई ने आरोप लगाया कि समाज के कुछेक लोगों ने राजस्थान के मुकाम में कुलदीप बिश्नोई को रतन की उपाधि प्रदान की है। इसमें बिश्नोई समाज के सभी लोगों की सहमति नही है। उन्होंने सवाल किया कि श्री कुलदीप बिश्नाई ने ऐसा क्या काम कर दिया जिसके लिये उन्हें कि यह उपाधि दी गई है। उन्होंने कहा कि श्री भजनलाल को बिश्नोई रत्न की उपाधि दी गई थी क्योंकि उन्होंने बिश्नाई समाज के अलावा जनहित में अनेक सामाजिक और विकास कार्य कराए।
उन्होंने कहा कि यह सम्मान ढाका और पाकिस्तान में दुश्मनों के दांत खट्टे करने वाले और दो बार के वीर चक्र विजेता भूपेंद्र कुमार खिचड, महाराष्ट्र के पूर्व पुलिस महानिदेशक के.एस. बिश्नोई, लैफिनेट जरनल स्व. एम.एल. खिचड, राजस्थान के पुलिस निरीक्षक विष्णुदत बिश्नोई के परिजनों को, फ्रांस निवासी ब्रोनो बिश्नोई, बिश्नाई समाज के अध्यक्ष और विधायक रहे तथा मुकाम मंदिर का शिलान्यास करने वाले पूर्व विधायक सहीराम धारणीय, सलमान के हिरण मामले के वकील और गवाह पूनम चंद को बिश्नोई को मिलना चाहिये था। यह मनोज पाल ने बिश्नोई समाज के लोगों के लोगों को सामने सवाल उठाया है।
उन्होंने आरोप लगाया कि श्री कुलदीप बिश्नोई का राजनीतिक ग्राफ गिर रहा था इसलिये उन्होंने कुछ प्रतिष्ठित लोगों के साथ मिलकर राजस्थान के मुकाम में बड़ी बड़ी गाड़ियों के काफिले में वहां पहुंच कर बिश्नोई रत्न ले लिया। उन्होंने कहा कि वह इस मामले को बिश्नोई समाज की पंचायत में लेकर जाएंगे और लोगों से यह जानने के लिये बकायदा मतदान कराया जाएगा कि श्री कुलदीप बिश्नोई को बिश्नोई रत्न देना सही है या गलत।


