नए भारत के निर्माण में पूर्वोत्तर की तरक्की अहम : राजनाथ
केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि नये भारत के निर्माण में पूर्वोत्तर की तरक्की अहम है क्योंकि नये भारत का रास्ता विकसित और शांतिपूर्ण पूर्वोत्तर से होकर जाता है

शिलांग। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि नये भारत के निर्माण में पूर्वोत्तर की तरक्की अहम है क्योंकि नये भारत का रास्ता विकसित और शांतिपूर्ण पूर्वोत्तर से होकर जाता है।
श्री सिंह ने मंगलवार को यहां पूर्वोत्तर परिषद के 67वें पूर्ण अधिवेशन के समापन सत्र को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का वर्ष 2022 तक नये भारत का सपना पूर्वोत्तर के विकास से ही संभव है। उन्होंने बेहतर सड़क संपर्क और सूचना प्रौद्योगिकी की मदद से पूर्वोत्तर का विकास होगा और एक नये पूर्वोत्तर का आगाज होगा। सड़क संपर्क को दुरुस्त बनाने से क्षेत्र की आर्थिक स्थिति बेहतर होगी। उन्होंने कहा,“यदि हम बढ़िया ब्रॉडबैंड सेवा उपलब्ध कराते हैं तो क्षेत्र के युवा अपने इलाकों के आसपास ही रोजगार प्राप्त कर सकेंगे। इससे स्थानीय युवाओं के नौकरी के लिए देश के सुदूर क्षेत्रों में जाने में कमी आयेगी।”
गृह मंत्री ने कहा कि आईटीआई और पोलिटेक्निक संस्थानों को कौशल विकास में प्रमुख भूमिका निभानी चाहिए। एनईसी को कौशल विकास के लिए क्षेत्रीय संस्थान स्थापित करने पर विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि रोजगार और आय वृद्धि से पूर्वोत्तर में विद्रोह जैसी समस्याओं से निपटने में सहायता मिलेगी। पूर्वोत्तर राज्यों को निजी निवेश के लिए बेहतर माहौल प्रदान करना चाहिए ताकि निवेशक सुरक्षित महसूस कर सकें तथा उनकी समस्याओं का समाधान हो सके।
श्री सिंह ने कहा कि कृषि क्षेत्र में विकास किया जाना चाहिए ताकि वर्ष 2022 तक किसानों की आय दुगनी करने के श्री मोदी के सपने को पूरा किया जा सके। निर्यात के लिए ‘कम मात्रा – उच्च मूल्य’ वाली फसलों की खेती करने पर ध्यान देने के जरुरत है। कीवी और फूल जैसी जल्दी खराब होने वाली बागवानी फसलों के निर्यात में रेल मंत्रालय सुपरफास्ट एसी डिब्बों के माध्यम से सहायता प्रदान कर सकता है।
श्री राजनाथ सिंह ने कृषि उत्पादों के विपणन के लिए पूर्वोत्तर क्षेत्रीय कृषि विपणन निगम लिमिटेड (एनईआरएएमएसी) के पुरूद्धार पर बल देते हुए कहा कि पूर्वोत्तर क्षेत्र समुदाय संसाधन प्रबंधन परियोजना (एनईआरसीओआरएमपी) और स्वयं सहायता समूह, आय बढ़ाने तथा क्षेत्र में रोजगार के अवसरों को सृजित करने में सहायता प्रदान कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर क्षेत्र में पुलिस आधारभूत ढ़ाचे के विकास में केंद्र सरकार मदद करेगी। पूर्वोत्तर राज्यों को कानून एवं व्यवस्था की स्थिति बेहतर बनाने के लिए वर्तमान के शांतिपूर्ण माहौल का उपयोग करना चाहिए।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा,“पूर्वोत्तर के सभी राज्यों में विकास करने की भरपूर क्षमता है। हमें उन विशिष्ट विकास क्षेत्रों की पहचान करने तथा इससे संबंधित कार्य योजना तैयार करने की आवश्यकता है। इसका कार्यान्वन समयबद्ध तरीके से होना चाहिए। प्रणाली पारदर्शी और उत्तरदायी होनी चाहिए।”
उन्होंने सभी मुख्यमंत्रियों से इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कदम उठाने का आग्रह किया।


