प्रेरकों ने काली पट्टी और गले पर फंदा बांधकर किया प्रदर्शन
जिले के प्रेरकों ने आज जिला मुख्यालय जांजगीर मे काली पट्टी लगाकर और गले में फांसी का फंदा बांधकर प्रदर्शन किया

जांजगीर। जिले के प्रेरकों ने आज जिला मुख्यालय जांजगीर मे काली पट्टी लगाकर और गले में फांसी का फंदा बांधकर प्रदर्शन किया। इस दोरान प्रेरकों ने राज्य शासन पर साजिश कर बेरोजगार करने का अरोप लगाया।
दरअसल 11 साल से काम कर रहे प्रेरकों को मार्चा 2018 मे अचानक सेवा से पृथक कर दिया गया जिसकी वजह से वे बेरोजगार हो गये हैं और उनकी आर्थिक स्थिति चरमरा चुकी है। वहीं उनके एक साथी प्रेरक ने पखवाड़े भर पहले संदिग्ध परिस्थितियों मे फांसी लगाकर आत्म हत्या कर ली थी जिसके लिए प्रेरक अपने साथी की मौत का जिम्मदार शासन-प्रशासन की नीतियों को ठहरा रहे हैं।
गौरतलब है कि प्रेरकों को 2006-07 मे सतत शिक्षा के तहत काम पर लिया गया था जिसके बाद 2011 साक्षर भारत मिशन के तहत इन्हे प्रेरक के पद पर नियुक्त किया गया उस दौरान इनसे शापथ पत्र भरवाया गया था जिसके तहत ये कहीं और रोजगार नही कर सकते थे इस मामले मे प्रेरकों ने यह भी आरोप लगाया की सरकार ने 2013 मे उन्हे शिक्षाकर्मी मे संविलियन का वादा किया था जो कि झूठा निकला।
प्रेरकों के द्वारा निरक्षरों प्रेररित कर साक्षरता के प्रति जागरूक किया जाता है उन्हे साथर भारत मिशन के तहत इस कार्य के लिए महज 2 हजार रूपये का मानदेय दिया जाता है वह भी कई महिने के बाद भुगतान होता है जो कि इन प्रेरकों के लिए एक बड़ी समस्या बनी हुई है।


