कोरोना के मद्देनजर लागू निषेधाज्ञा का सख्ती से पालन हो: अनिल विज
हरियाणा के स्वास्थ्य एवं गृहमंत्री अनिल विज ने सभी जिला उपायुक्तों को अपने अपने जिलों में निजी और सरकारी अस्पतालों में पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश दिए हैं

चंडीगढ़। हरियाणा के स्वास्थ्य एवं गृहमंत्री अनिल विज ने सभी जिला उपायुक्तों को अपने अपने जिलों में निजी और सरकारी अस्पतालों में ऑक्सीजन बैडस, ऑक्सीजन भंडारण की क्षमता तथा वेंटिलेटर सहित अन्य जरूरतों का ब्यौरा वीरवार सुबह 10 बजे तक भेजने तथा कोरोना की गंभीर स्थिति के मद्देनजर राज्य में लागू की गई निषेधाज्ञा का सख्ती से पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिये हैं।
अनिल विज ने राज्य स्तरीय कोविड निगरानी समिति एवं जिला उपायुक्तों के साथ कोरोना की स्थिति को लेकर बैठक अध्यक्षता करते हुए कहा कि प्रदेश के प्रत्येक कोविड मरीज को बचाने का प्रयास करना है। इसके लिए हर जरूरी प्रबंध करेंगे। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्यवश जिस मरीज की कोविड के कारण मृत्यु हो जाती है उसका अंतिम संस्कार कोविड प्रोटोकॉल के तहत उसी दिन किया जाये। उन्होंने कहा कि राज्य में डायल-112 की 20-20 गाड़ियां भी हर जिले में भेजी जा रही हैं जिनका जरूरत के अनुसार एम्बूलेंस और अन्य सम्बंधित कार्यों के लिये किया जाये।
स्वास्थ्य मंत्री ने उपायुक्तों से अपने जिलों में जिला स्तरीय कोविड निगरानी समिति का गठन करने तथा इनमें विभिन्न विभागों सहित जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण के सचिवों को भी शामिल करने, सिविल सर्जन को अपने क्षेत्र में होम आइसोलेशन में उपचाराधीन मरीजों की प्रत्येक दूसरे दिन घर पर जाकर जांच कराने, दवाइयां, आयुष किट और अन्य आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराने, मरीजों को नियमित परामर्श के लिए चिकित्सकों के नाम एवं फोन नम्बर अखबारों में प्रकाशित कराने के निर्देश दिये ताकि होम आईसोलेशन में रह रहे कोविड मरीज उनसे सम्पर्क कर सकें।
विज ने सभी उपायुक्तों एवं पुलिस अधीक्षकों को सभी निजी और सरकारी अस्पतालों में सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए। इसके साथ ही उपायुक्तों को अपने जिलों में अस्पतालों या अन्य स्थलों पर बैड क्षमता बढ़ाने को कहा है ताकि कोई भी मरीज उपचार से वंचित न रहे। उन्होंने बताया कि राज्य के सभी सरकारी मेडिकल कॉलेजों में क्रिटिकल कोरोना केयर सैंटर बनाए जा रहे हैं। इसके साथ ही इनमें चिकित्सकों की कमी को दूर करने के लिए मेडिकल महाविद्यालयों में पढ़ रहे करीब 1400 पीजी और एमबीबीएस अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों को तुरंत जिलों में लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि भारतीय मेडिकल संघ से भी चिकित्सक भेजने की अपील की गई है।
गृहमंत्री ने उपायुक्तों से अपने क्षेत्रों में सभी उद्योगों से ऑक्सीजन सिलेंडर एकत्र करने के निर्देश दिये ताकि अधिकाधिक ऑक्सीजन का भंडारण कर सकें। प्रदेश के कोविड मरीजों की जरूरतों को पूरा करने के लिए आवश्यकतानुसार विदेशों से भी ऑक्सीजन मंगाई जाएगी।
बैठक में मौजूद मुख्य सचिव विजय वर्धन ने उपायुक्तों को मैक्रो कंटेनमैंट जोन में कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि उपायुक्त एवं अन्य प्रशासनिक अधिकारी अपने दफतरों से बाहर निकलें और स्थिति का जायजा लेकर आवश्यक प्रबंध करें। स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा ने कहा कि जिलों में उद्योगों को मेडिकल ऑक्सीजन लाईसैंस 24 घंटे में उपलब्ध कराई वाएंगे, जिसके लिए उन्होंने शीघ्र आवेदन करवाने के लिए कहा। राज्य के सरकारी अस्पतालों में वेंटीलेटर की संख्या 94 से बढ़ाकर 141 कर दी गई है। कोविड मरीजों को अस्पतालों में दाखिल करने व डिस्चार्ज करने के नियम भी जल्द जारी किए जाएंगे।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव डी एस ढेसी, अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके दास, अतिरिक्त मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग आलोक निगम, पुलिस महानिदेशक मनोज यादव, सूचना, जनसम्पर्क एवं भाषा विभाग के महानिदेशक डॉ. अमित अग्रवाल तथा अन्य अधिकारी उपस्थित थे।


