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खतरनाक कुएं बाबड़ी पर कार्यवाही बैठकों तक सिमटी, हकीकत में मौत के कुएं दुर्घटना के इंतज़ार में

खुले बोर, कुँए, बावड़ी व असुरक्षित जलाशयों पर सुरक्षा के लिए प्रतिबंधात्मक आदेश जारी करें, अंतरविभागीय समन्वय समिति की बैठक में कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह ने एक बार फिर दिए दिशा-निर्देश, जमीनी अमला सुस्त।

खतरनाक कुएं बाबड़ी पर कार्यवाही बैठकों तक सिमटी, हकीकत में मौत के कुएं दुर्घटना के इंतज़ार में
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गजेन्द्र इंगले
ग्वालियर: इंदौर में हुए भीषण बाबड़ी हादसे के बाद भी ग्वालियर जिला प्रशासन गम्भीर नजर नहीं आ रहा है। इस मसले पर केवल बैठकों में चर्चा होती है हकीकत में जमीनी स्तर पर अमल खानापूर्ति कर रहा है। जिले में खुले बोर, कुए, बावड़ी व असुरक्षित जलाशयों पर किसी प्रकार की कोई दुर्घटना न हो, इसके लिये अनुविभागीय अधिकारी राजस्व प्रतिबंधात्मक आदेश जारी करने, असुरक्षित सभी कुए, बावड़ी व जलाशयों के समीप भारतीय दण्ड संहिता की धारा-133 एवं 144 का उल्लेख करते हुए बोर्ड भी प्रदर्शित किए जाने की बात एक बार फिर बैठक में हुई।
कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह ने अधिकारियों से कहा है कि सम्पूर्ण जिले में असुरक्षित कुए, बावड़ी एवं जलाशयों का सर्वेक्षण कार्य किया गया है। सभी असुरक्षित जल संरचनाओं पर सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए जाएं। कोई अप्रिय घटना न हो, इसके लिये अनुविभागीय अधिकारी राजस्व प्रतिबंधात्मक आदेश भी जारी करे और उसका पालन सुनिश्चित कराएँ। उन्होंने जिले के निवासियों से भी अपील की है कि असुरक्षित कुए, बावड़ी व जलाशयों के संबंध में अगर कोई जानकारी हो तो अपने क्षेत्र के अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को उपलब्ध कराएँ ताकि सुरक्षा के इंतजाम सुनिश्चित किए जा सकें।
इंदौर की घटना के बाद अभी तक कई खतरनाक कुएं बाबड़ियों पर कोई सुरक्षा इन्तज़ाम नहीं किये गए हैं। देशबन्धु के पास ऐसे कई कुओं की जानकारी है जो खुले व खतरनाक हैं, लेकिन अभी तक वहां न तो कोई सर्वे हुआ है और न हीं सुरक्षा की व्यवस्था। लगता है प्रशासन यहाँ भी किसी बड़ी दुर्घटना के बाद भी एक्शन में आएगा।


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