Top
Begin typing your search above and press return to search.

प्रियंका की चंद्रशेखर से मुलाकात के बाद उप्र की सियासत में नई हलचल

बसपा सुप्रीमो मायावती व्दारा कांग्रेस से गठबंधन के लिए इंकार करने के दूसरे ही दिन प्रियंका गांधी वाड्रा ने मेरठ के एक अस्पताल में भर्ती भीम आर्मी के नेता चंद्रशेखर से मुलाकात की

प्रियंका की चंद्रशेखर से मुलाकात के बाद उप्र की सियासत में नई हलचल
X

नई दिल्ली। बसपा सुप्रीमो मायावती व्दारा कांग्रेस से गठबंधन के लिए इंकार करने के दूसरे ही दिन प्रियंका गांधी वाड्रा ने मेरठ के एक अस्पताल में भर्ती भीम आर्मी के नेता चंद्रशेखर से मुलाकात की। उनके साथ पश्चिमी यूपी के प्रभारी ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मौजूद थे।

ध्यान रहे कि २ दिन पहले चंद्रशेखर सहारनपुर से दिल्ली तक यात्रा निकाल रहे थे, लेकिन पुलिस ने आदर्श चुनाव संहिता उल्लंघन के आरोप में उन्हें गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद उनकी तबियत खराब हो गई। इस मौके पर प्रियंका ने कहा कि सरकार अहंकारी हो गई है और वह नौजवानों का आवाज को दबा रही है। उन्होंने चंद्रशेखर तारीफ करते हुए कहा कि वह अपने लोगों के लिए संघर्ष करता है।

गुजरात से लौटने के दूसरे ही दिन प्रियंका ने भीम आर्मी के नेता से मुलाकात कर यूपी के सियासी खेमों में एक नई हलचल पैदा कर दी है। राजनीतिक प्रेक्षक इसे लोकसभा चुनाव से जोड़ कर देख रहे हैं। कांग्रेस की निगाह दलित वोट बैंक पर है और पश्चिमी यूपी में चंद्रशेखर की अपने समुदाय पर अच्छी पकड़ है। वे हाल ही में जेल से छूटे हैं और तब से लगातार केेंद्र की मोदी और राज्य की योगी सरकार पर हमलावर हैं। चंद दिनों पहले उन्होंने विपक्षी पार्टियों से अपील की थी कि बनारस से मोदी के खिलाफ संयुक्तम्उम्मीदवार उतारा जाए।

प्रियंका से जब इस मुलाकात के बारे में प्रश्न पूछे गए तो उन्होंने कहा कि कोई राजनीतिक बात नहीं हुई है। चंद्रशेखर ने जो संघर्ष किया है, वह काबिले तारीफ है। इसी के चलते वे उन्हें देखने आयी हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने रोजगार तो दिया नहीं, अब नौजवान आवाज उठा रहे हैं तो उन्हें कुचला जा रहा है। उनका कहना था कि यदि युवा अपनी बात रखना चाहते हैं, तो उन्हें बोलने देना चाहिए।

ध्यान रहे कि एक दिन पहले ही मायावती ने दो टूक लहजे में कहा था कि कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं होगा, लेकिन कांग्रेस की ओर से कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं आई थी। सूत्रों का कहना है कि चंद्रशेखर के जेल से छूटने के बाद मायावती ने तो उनसे दूरी बनाई थी, लेकिन कांग्रेस के नेता खामोशी के साथ उनके संपर्क में थे।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it