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हिरासत में मरे सफाई कर्मचारी के परिवार से मिलीं प्रियंका

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने गुरुवार को अपने लखनऊ आवास पर आगरा में पुलिस कस्टडी में मरे सफाई कर्मचारी अरूण बाल्मीकि की पत्नी, मां और भाई से मुलाकात की और न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया

हिरासत में मरे सफाई कर्मचारी के परिवार से मिलीं प्रियंका
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लखनऊ। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने गुरुवार को अपने लखनऊ आवास पर आगरा में पुलिस कस्टडी में मरे सफाई कर्मचारी अरूण बाल्मीकि की पत्नी, मां और भाई से मुलाकात की और न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया। उनकी पूर्व घोषणा के मुताबिक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू एवं राष्ट्रीय सचिव रोहित चौधरी ने पार्टी के प्रदेश कार्यालय में परिजनों को तीस लाख रुपये की संवेदना राशि का चेक प्रदान किया। गौरतलब है कि 19 अक्टूबर को आगरा में पुलिस की हिरासत में अरूण बाल्मीकि की मृत्यु हो गयी थी। परिजनों ने पुलिस पर बर्बरता का आरोप लगाया था और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने आगरा जाकर परिवार के प्रति संवेदना जताते हुए उनको न्याय दिलाने की लड़ाई में पूरा साथ देने का वादा किया था। उन्होंने कांग्रेस पार्टी की ओर से तीस लाख रुपये की सहायता राशि देने का वादा किया था।

अरूण बाल्मीकि के परिजनों से मुलाकात के दौरान प्रियंका ने कहा कि अरूण बाल्मीकि के परिवार को न्याय देने के लिए यूपी की योगी सरकार ने कुछ भी नहीं किया, लेकिन मैं न्याय की आवाज को दबने नहीं दूंगी। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार पीड़ितो को सरक्षण देने के बजाय उन पर ही आक्रमण करती है।

प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस में प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने अरूण बाल्मीकि के परिजनों को 30 लाख रुपए का चेक सौंपते हुए भाजपा सरकार पर गंभीर सवाल उठाये। लल्लू ने कहा कि अरुण के घरवालों का आरोप है कि पुलिस ने थाने में ले जाकर अरुण के साथ मार पीट की, जिसके कारण उसकी मौत हो गयी। इसके बाद पुलिस ने अरुण के परिजनों को बुलाया और कहा कि अरुण वाल्मीकि एकाएक गिर गये हैं और उन्हें अस्पताल ले जाना है।अस्पताल ले जाने पर डॉक्टर ने स्पष्ट रूप से बताया कि उनकी मृत्यु हो चुकी है।

लल्लू ने कहा कि अफसोस की बात है कि है कि सरकार ने जांच कार्यवाही की बात की लेकिन आज तक पुलिस के किसी भी अधिकारी व कर्मचारी पर कोई मुकदमा दर्ज नहीं हुआ है। न ही उनके खिलाफ कोई विभागीय कार्यवाही हुई। न ही कोई जांच अब तक आगे बढ़ पायी है। परिवार के लोगों को प्रताड़ित किया गया, डराया, धमकाया गया। परिवार के लोग लगातार न्याय की मांग करते रहे।


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