वाराणसी में धर्म और राजनीति का संगम, प्रियंका और अखिलेश टेकेंगे मंदिर में मत्था
आज शनिवार को उत्तर प्रदेश में सियासी सरगर्मियां तेज हैं

नई दिल्ली। आज शनिवार को उत्तर प्रदेश में सियासी सरगर्मियां तेज हैं। जी हां आज वाराणसी में धर्म और राजनीति का संगम देखने को मिलेगा। संत रविदास की 644वीं जयंती पर उनके जन्मथल पर आज जहां एक ओर समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव होंगे तो वहीं कांग्रेस की महासचिव और उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी मंदिर में मत्था टेकेंगी।
गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी प्रणुख अखिलेश यादव कल से ही पूर्वांचल के दौरे पर हैं। वह कल जौनपुर और मिर्जापुर के दौरे पर थे और उन्होंने मिर्जापुर में मां विंध्यवासिनी के मंदिर में पूजा अर्चना भी की थी। आज संत रविदास के मौके पर अखिलेश वाराणसी के दौरे पर हैं और वह आज संत रविदास की जयंती कार्यक्रम में शिरकतें करेंगे।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी की बात करें तो वह इस वक्त उत्तर प्रदेश में अपनी पार्टी की सियासी पकड़ मजबूत करने में लगी हैं। प्रियंका प्रयागराज से लेकर मुजफ्फरनगर में किसान महापंचायत को संबोधित कर चुकी हैं। अब आज प्रियंका दूसरी बार संत रविदास के मंदिर में मत्था टेकने वाराणसी आ रही हैं। इसके साथ ही सत्संग स्थल पर संत निरंजन दास से आशीर्वाद भी लेंगी। प्रियंका के दौरे को लेकर सारी तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं।
वहीं अब भारतीय जनता पार्टी ने भी अपना ध्यान उत्तर प्रदेश की ओर केंद्रित कर लिया है। जहां बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा जल्द ही वाराणसी के दैरे पर आएंगे तो उससे पहले ही केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान पहले से ही वाराणसी में मौजूद हैं। चुनावी सरगर्मियां तेज करते हुए शुक्रवार को उन्होंने बाबा विश्वनाथ के दर्शन किए, तो वहीं आज संत रविदास मंदिर में मत्था टेका।
अब जब समाजवादी पार्टी, कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी तीनों ही वाराणसी में धार्मिक से लेकर राजनीतिक दबदबा बनाने में लगे हुए हैं तो ये कहना गलत न होगा कि चुनाव के नजदीक आते ही जनता को साधने में पार्टियां लग गई हैं।


