प्राइवेट शेल्टर होम्स का किया जाएगा निरीक्षण, दयनीय हैं हालात
दिल्ली महिला आयोग की टीम ने कुतुब विहार में चल रहे एक प्राइवेट शेल्टर होम से चार लड़कियों को मुक्त करवाया है

नई दिल्ली। दिल्ली महिला आयोग की टीम ने कुतुब विहार में चल रहे एक प्राइवेट शेल्टर होम से चार लड़कियों को मुक्त करवाया है। इनमें से तीन लड़कियां बालिग हैं। एक लड़की की उम्र का पता लगाने के लिए उसे चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के पास पेश किया जाएगा।
आयोग को इस प्राइवेट शेल्टर होम के खिलाफ शिकायत मिली थी कि वहां रहने वाली लड़कियों के साथ मारपीट होती है उन्हें पर्याप्त खाना भी नहीं दिया जाता है। शेल्टर होम में कुल 11 लड़कियां रह रही थीं।
मुक्त करवाई गई लड़कियों ने आयोग की टीम को बताया कि शेल्टर होम की कोआर्डिनेटर उन्हें गालियां देती थी और उनके साथ मारपीट भी करती थी।
लड़कियों ने बताया कि हर लड़की को रोज 150 सेनेटरी नेपकीन बनाने का टारगेट दिया जाता था। जब तक वे 150 सेनेटरी नपकीन तैयार नहीं कर लेती थी तब तक उन्हें खाना नहीं दिया जाता था। कई बार इन लड़कियों को बिना खाना खाये भूखा सोना पड़ता था।
एक लड़की को लगातार काम करने की वजह से उसकी आंखों में परेशानी हो गई है और पिछले काफी समय से उसकी आंखों से पानी गिरता रहता है, लेकिन उसे डाक्टर को नहीं दिखाया गया। इस होम में रह रही लड़कियों को बाहर जाने की अनुमति भी नहीं थी।
इन लड़कियों ने बताया कि साफ सफाई का काम भी उन्हीं से कराया जाता था। शेल्टर होम में लड़कियों को वोकेशनल ट्रेनिंग देने के लिए भी कोई प्रबंध नहीं किया गया है।
दिल्ली महिला आयोग ने प्राइवेट शेल्टर होम के खिलाफएफआईआर करवाने के लिए पुलिस को नोटिस भेजा है।
महिला आयोग ने बताया कि आयोग ने सोशल वेलफेयर डिपार्टमेंट को नोटिस जारी कर इस होम को बंद कर इसका लाइसेंस रद्द करने के लिए कहा गया है। इसके अलावा दिल्ली में दूसरे प्राइवेट शेल्टर होम्स भी हैं जिनका औचक निरीक्षण कराया जाएगा।


