संसद में कामकाज बढाने संबंधी निजी विधेयक राज्यसभा में नामंजूर
राज्यसभा ने संसद में कामकाज बढाने के संबंध में लाया गया एक निजी विधेयक आज सर्वसम्मति से नामंजूर कर दिया

नयी दिल्ली । राज्यसभा ने संसद में कामकाज बढाने के संबंध में लाया गया एक निजी विधेयक आज सर्वसम्मति से नामंजूर कर दिया।
शिरोमणि अकाली दल के नरेश गुजराल ने पिछले वर्ष अगस्त में सदन में संसद (उत्पादकता में वृद्धि) विधेयक 2017 पेश किया था।
उप सभापति हरिवंश ने कहा कि इस विधेयक पर कई बैठकों में व्यापक विचार विमर्श किया गया है और अब रेल मंत्री पीयूष गोयल इस पर सरकार का पक्ष रखेंगे।
गोयल ने कहा कि यह बेहद महत्वपूर्ण और गंभीर विषय है। इस पर सभापति के साथ पक्ष और विपक्ष के नेताओं तथा अधिकारियों को विस्तार से चर्चा कर किसी सहमति पर पहुंचना चाहिए और निजी विधेयक के माध्यम से इस बारे में निर्णय संभव नहीं है।
इसके बाद सदन ने विधेयक को सर्वसम्मति से नामंजूर कर दिया। उस समय श्री गुजराल सदन में मौजूद नहीं थे।
विधेयक में सदन की बैठकों में व्यवधान के कारण संसद के कामकाज में आई कमी पर चिंता व्यक्त करते हुए एक समुचित विधिक ढांचे के माध्यम से इसका समाधान करने, एक वर्ष में संसद के सत्रों की न्यूनतम अवधि निर्धारित करने , मौजूदा तीन सत्रों के अलावा विशेष सत्र के आयोजन और व्यवधान के कारण समय के नुसान की भरपायी का प्रावधान करने की मांग की गयी थी।


