डासना जेल में कैदी की मौत
डासना जेल में मंगलवार रात एक कैदी हाजी जावेद की रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई। वह लूट के एक मामले में गिरफ्तार हुआ था
गाजियाबाद। डासना जेल में मंगलवार रात एक कैदी हाजी जावेद की रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई। वह लूट के एक मामले में गिरफ्तार हुआ था। बुधवार सुबह हाजी जावेद अपने सेल में मृत पाया गया। पुलिस का कहना है कि हाजी जावेद को कुछ बिमारी थी जिसके कारण उसकी मौत हो गई है जबकि घर वालों ने हाजी जावेद को पुलिस द्वारा टॉर्चर किए जाने का आरोप लगाया है। पुलिस ने हाजी जावेद के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भीज दिया है।
पोस्ट मार्टम रिपोर्ट आने के बाद जावेद की मौत के पीछे के कारणों का सही खुलासा होने की उम्मीद है। डासना जेल में मरे कैदी हाजी जावेद के परिवार वालों ने हाजी की मौत को पुलिस की मारपीट का परिणाम बताया है। परिवार जनों के मुताबिक पुलिस ने 16 सितम्बर को एक लूट के झूठे आरोप में उसे गिरफ्तार किया और उसके साथ खूब मारपीट की। पुलिस की मारपीट से उसे गंभीर चोट आई जिसके कारण उसकी हालत बिगड़ गई और मंगलवार रात उसकी मौत हो गई।
ज्ञात हो कि गाजियाबाद की इंदिरापुरम थाने की पुलिस ने जावेद को लूट के एक मामले में उसकी गिरफ्तारी की थी। हाजी जावेद के परिजनों के मुताबिक वे इस घटना की जांच की मांग करेंगे और इसके लिए ऊपर तक न्याय का दरवाजा खटखटाएंगे। हलांकि पुलिस पहले ही हाजी जावेद के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।
वहीं दूसरी तरफ जेल प्रशासन जावेद के साथ किसी भी तरह की मारपीट की बात को एक सिरे से नकार रहा है जेल प्रशासन का कहना है कि जावेद कीमत महज बीमारी के चलते हुई है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के साथ ही परिवार वालों की शंकाओं का समाधान भी हो जाएगा। डासना जेल में कैदी की मौत का ये कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी यहां कई मौत हो चुकी हैं।
थाने का स्टाफ लाइन हाजिर, छात्रा की मौत की सीबीआई जांच की मांग
नाबालिग छात्रा की हत्या के मामले में मोदीनगर कोतवाली के तमाम 132 स्टॉफ को लाइन हाजिर करने के फैसले के बाद भी इलाके के लोग संतुष्ट नहीं हैं। संगठनों के द्वारा पूरे मामले की सीबीआई से जांच कराए जाने की मांग उठ रही है। गीतांजलि वेलफेयर एजुकेशनल समिति के द्वारा भी मामले की सीबीआई से जांच करने की मांग उठाई गई। इससे पहले रालोद भी अपना विरोध जाहिर कर चुकी है।
गीताजंलि वेलफेयर एजुकेशन समिति की सचिव वंदना चौधरी के मुताबिक सीबीआई जांच किए जाने के बाद में वास्तविक स्थिति लोगों के सामने आ जाएगी। समिति का कहना है कि स्थानीय पुलिस इस मामले में सही काम करने के लिए तैयार नहीं है।
सरकार प्रदेश में सामाजिक सदभाव और सौहार्द को बनाए रखने में प्रयास तेज कर रही है। मोदीनगर छात्रा प्रकरण के दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त से कार्रवाई होनी चाहिए। इस मौके पर कौशल तेवतिया, सीमा खुटैल, नमिता भल्ला, उषा, किरण पोपली, शबनम, रमा गुप्ता आदि मौजूद रहे। गौरतलब है कि मोदी नगर की नौवीं की छात्रा 4 सितम्बर को स्कूल जाने के बाद वह अपने घर लौट रही थी। स्कूल से ही कुछ दूरी पर छात्रा का कुछ युवकों द्वारा अपहरण कर लिया गया था। जिसकी रिपोर्ट परिजनों ने कोतवाली मोदीनगर में लिखवाने के लिए गए। लेकिन पुलिसवालों ने उनकी रिपोर्ट तक दर्ज नहीं की।
5 सितम्बर को पीड़ित परिवार ने पड़ोसी युवक हरिओम शर्मा के खिलाफ अपहरण की रिपोर्ट दर्ज करने की मांग की तो उसी रात पुलिस ने उल्टे छात्रा के परिजनों पर ही लाठियां चला दीं। काफी कोशिशों के बावजूद पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज किया। मंगलवार रात इस मामले में पुलिस पर दबाव बढ़ने के बाद और आईजी जोन प्रशांत कुमार के आदेशों पर एसएसपी हरियानारायण सिंह ने मोदीनगर थाने के सभी जवानों और अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया था।


