अजय मिश्रा को मंत्री पद से हटाएं प्रधानमंत्री, लोकसभा में उठाएंगे यह मुद्दा : ओवैसी
एआईएमआईएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में एसआईटी की जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद एक बार फिर से अजय मिश्रा को मंत्री पद से हटाने की मांग की है

नई दिल्ली। एआईएमआईएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में एसआईटी की जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद एक बार फिर से अजय मिश्रा को मंत्री पद से हटाने की मांग की है। लखीमपुर खीरी हिंसा, उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव के मुद्दों और गठबंधन सहित कई मुद्दों पर आईएएनएस के वरिष्ठ सहायक संपादक ने असदुद्दीन ओवैसी के साथ खास बातचीत की।
सवाल - लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में एसआईटी की रिपोर्ट पर आपका क्या कहना है ?
जवाब - ये बात तो शुरू से ही सब कह रहे हैं कि उन किसानों की हत्या एक सोची समझी साजिश के तहत की गई। अगर सुप्रीम कोर्ट इस मामले का स्वत: संज्ञान नहीं लेती तो मोदी-योगी की सरकार उसको बचा लेती। अब एसआईटी और जांच अधिकारी की रिपोर्ट सच्चाई बयान कर रही है तो क्या मोदी सरकार अपने कैबिनेट से इन मंत्री ( अजय मिश्रा ) को हटाएंगे या नहीं। अगर इंसाफ को बुलंद रखना है, इंसाफ को कायम रखना है तो उनको हटाना पड़ेगा। यह कैसे हो सकता है कि घर में साजिश हो रही है, बेटा कसूरवार है और ये मंत्री बने रहेंगे। प्रधानमंत्री पूरे देश को क्या संदेश दे रहे हैं।
सवाल - लेकिन अजय मिश्रा का तो यही कहना है कि उस समय उनका बेटा वहां मौजूद ही नहीं था।
जवाब - मंत्री जी तो पहले धमकी दे चुके हैं कि सुधर जाओ नहीं तो सुधार देंगे। अब जांच अधिकारी की रिपोर्ट भी आ गई है। अब यह रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट जाएगी। हम प्रधानमंत्री से मांग करते हैं कि इन्हें मंत्री पद से हटाइए। जब तक यह ट्रायल चलता है उन्हें मंत्री पद पर नहीं रहना चाहिए। लेकिन भाजपा को अगड़ी जाति का वोट चाहिए, इसलिए इन्हें मंत्रिपद से नहीं हटाएंगे। इसलिए बेटा हत्या के आरोप में जेल में बंद रहेगा और पिता यहां मंत्री बने रहेंगे और माफियाओं पर बड़ी-बड़ी कर्रवाई का दावा करने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इनके घर बुलडोजर नहीं भेजेंगे, इनका घर नहीं तुड़वायेंगे।
सवाल - संसद सत्र चल रहा है। इस मामले को लेकर आपकी क्या रणनीति है ?
जवाब - हम लोक सभा में स्थगन प्रस्ताव का नोटिस देंगे और अगर लोक सभा अध्यक्ष ने इजाजत दी तो हम सदन में इस पर अपनी बात रखेंगे।
सवाल - आप भी उत्तर प्रदेश में विधान सभा चुनाव लड़ने जा रहे हैं। आपके लिए चुनाव का सबसे बड़ा मुद्दा क्या है ?
जवाब - बहुत सारे मुद्दे हैं - महंगाई का मुद्दा है, पेट्रोल-डीजल की कीमत का मसला है, बेरोजगारी का मसला है। हमारे लिए सबसे अहम मसला उत्तर प्रदेश के 19 फीसदी मुसलमानों को अपना राजनीतिक नेता भी देना है, जिसके लिए हम जद्दोजहद कर रहे हैं, कोशिश कर रहे हैं।
सवाल - लेकिन उत्तर प्रदेश में गठबंधन किसके साथ करेंगे ?
जवाब - ये वक्त तय करेगा।


