नए संसद भवन के निर्माण कार्य में लगे श्रमजीवी के आइडिये से गदगद हो बोले प्रधानमंत्री मोदी - देश के हर गरीब को ऐसा लगना चाहिए
नए संसद भवन के निर्माण कार्य में लगे एक श्रमजीवी ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक ऐसा आइडिया दे दिया, जिसे सुनकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यह बोल पड़े कि देश के हर गरीब को भी ऐसा लगना चाहिए

नई दिल्ली। नए संसद भवन के निर्माण कार्य में लगे एक श्रमजीवी ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक ऐसा आइडिया दे दिया, जिसे सुनकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यह बोल पड़े कि देश के हर गरीब को भी ऐसा लगना चाहिए।
मौका था, नए संसद भवन की छत पर लगे विशाल अशोक स्तंभ के अनावरण का। विधिवत और परंपरागत तरीके से पूजा अर्चना और अनावरण करने के बाद प्रधानमंत्री निर्माण कार्य मे लगे लोगों से भी बातचीत करने पहुंचे।
प्रधानमंत्री ने संसद भवन के निर्माण कार्य में लगे श्रमजीवियों से उनके अनुभव, नए संसद भवन के निर्माण को लेकर उनकी भावनाओं के बारे में पूछा। उन्होंने यह भी पूछा कि , आप लोगों को क्या लगता है इमारत बना रहे हैं या इतिहास बना रहे हैं ? क्या आप लोगों को राशन मिल रहा है ? क्या आप लोगों ने कोविड वैक्सीन लगवा लिया है ? इस दौरान एक कर्मी ने जब उन्हें बूस्टर डोज भी लगा लेने की जानकारी दी तो प्रधानमंत्री ने उनकी तारीफ करते हुए कहा कि , बड़े जागरूक हो आप।
बातचीत के दौरान ही एक श्रमिक ने यह कहा कि, सर बहुत अच्छा लग रहा है । जैसे भगवान राम शबरी की कुटिया में गए थे वैसे ही आप ,हमारी कुटिया (नए संसद भवन) में आए हैं। उनकी इस बात से गदगद नजर आए प्रधानमंत्री ने हंसते हुए कहा कि, वाह, ये तुम्हारी कुटिया है। उनकी इस बात पर सभी हंस पड़े।
इसके बाद प्रधानमंत्री ने कहा कि, देश के हर गरीब को भी लगना चाहिए कि यह उनकी कुटिया है।


