इंटरपोल बैठक में प्रधानमंत्री मोदी बोले- सभी खतरों को हराने के लिए दुनिया एक साथ आए
भारत संयुक्त राष्ट्र के शांति अभियानों के लिए बहादुर पुरुषों और महिलाओं को भेजने में शीर्ष योगदानकर्ताओं में से एक है

नई दिल्ली। भारत संयुक्त राष्ट्र के शांति अभियानों के लिए बहादुर पुरुषों और महिलाओं को भेजने में शीर्ष योगदानकर्ताओं में से एक है और देश कई दशकों से अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद का मुकाबला कर रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को 90वीं इंटरपोल महासभा को संबोधित करते हुए यह बात कही। प्रधानमंत्री ने कहा कि आतंकवाद, भ्रष्टाचार, मादक पदार्थों की तस्करी, अवैध शिकार और संगठित अपराध कुछ सबसे हानिकारक वैश्वीकृत खतरे हैं जिनका सामना आज दुनिया कर रही है।
मोदी ने कहा, इन खतरों के परिवर्तन (बदलने) की गति पहले की तुलना में तेज है। जब खतरे वैश्विक हैं, तो प्रतिक्रिया सिर्फ स्थानीय नहीं हो सकती है। अब समय आ गया है कि दुनिया इन खतरों को हराने के लिए एक साथ आए।
उन्होंने कहा कि दुनिया के जागने से बहुत पहले, हम सुरक्षा की कीमत जानते थे। हमारे हजारों लोगों ने इस लड़ाई में बलिदान दिया। लेकिन यह अब पर्याप्त नहीं है कि आतंकवाद केवल भौतिक स्थान में ही लड़ा जाए।
यह अब ऑनलाइन कट्टरता और साइबर खतरों के माध्यम से अपनी उपस्थिति फैला रहा है।


