प्रधानमंत्री मोदी गुजरात में लोकप्रियता खो चुके हैं : राज
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना(मनसे) के अध्यक्ष राज ठाकरे ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुजरात में अपनी लोकप्रियता खो चुके हैं

मुंबई। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना(मनसे) के अध्यक्ष राज ठाकरे ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुजरात में अपनी लोकप्रियता खो चुके हैं।
श्री ठाकरे एक निजी टेलीविजन चैनल के साथ बातचीत में आज कहा,“ प्रधानमंत्री को एक प्रधानमंत्री की गरिमा को बनाये रखते हुए व्यवहार करना चाहिए न कि गुजरात के मुख्यमंत्री की तरह व्यवहार करना चाहिए।
श्री राजीव गांधी के बाद जनता ने श्री मोदी को प्रचंड बहुमत से विजय दिलायी इसलिए उन्हें उसी के अनुसार काम भी करना चाहिए। श्री मोदी के अलावा संभवत:किसी अन्य प्रधानमंत्री ने कभी इतनी चुनावी रैलियों में भाषण नहीं दिया होगा ।
” श्री ठाकरे ने कुख्यात गिरोहबाज दाउद इब्राहिम को वापस भारत लाने के संबंध में कहा,“ दाउद स्वयं भारत आना चाहता है इसलिए उसे लाने की बात ही नहीं है। दाउद बीमार है और वह भारत वापस आना चाहता लेकिन श्री मोदी इसका फायदा आगामी लोकसभा चुनाव में लेना चाहते हैं।
” गुजरात के मामले में उन्होंने कहा,“ गुजरात की गलत तस्वीर पेश की गयी है जबकि उद्योग के मामले में महाराष्ट्र, गुजरात से बहुत आगे है। आप कितनी बार झूठ बोलेंगे, सोशल मीडिया में सब कुछ दिखता है।
ताज महल पर चल रहे विवाद के संबंध में उन्होंने कहा कि भाजपा के पास लोकसभा के चुनाव में पेश करने के लिए सही विकास का कुछ भी काम नहीं है।
बुलेट ट्रेन की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि एक लाख करोड़ रुपये की कीमत से जो बुलेट ट्रेन चलायी जाने वाली है उसके बदले इसी राजस्व के खर्चे से पूरा रेलवे का कायाकल्प हो सकता है। बुलेट ट्रेन लंबी दूरी के लिए होती है इसका मुंबई में कोई काम नहीं है। श्री ठाकरे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडनवीस की आलोचना करते हुए कहा,“यदि आप बुलेट ट्रेन चलाते हैं तो आप गुजरत चले जाइए।
” उन्होंने कहा कि भाजपा ने चुनाव के समय जनता तक पहुंचने के लिए सोशल मीडिया का उपयोग किया था लेकिन अब समय बदल गया और अब लोग सोशल मीडिया में भाजपा के खिलाफ लिखने लगे हैं। जो लोग भाजपा के खिलाफ लिखते हैं उनके खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज किये जाते हैं।
उन्होंने कहा कि श्री मोदी देश नही हैं। यदि हम श्री मोदी के विचारों का विरोध करते हैं तो इसका अर्थ यह नहीं है कि हम देश का विरोध कर रहे हैं।


