प्रधानमंत्री मोदी ने जॉर्ज फर्नांडिस के निधन पर जताया दुख
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने समाजवादी नेता एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री जॉर्ज फर्नांडिस के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया

नयी दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने समाजवादी नेता एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री जॉर्ज फर्नांडिस के निधन पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए आज कहा कि वह गरीबों एवं वंचितों के अधिकारों की सर्वाधिक प्रभावी आवाज़ थे।
मोदी ने अपने शोक संदेश में कहा,“जॉर्ज साहब भारत के सर्वश्रेष्ठ राजनीतिक नेताओं में से एक थे। बेबाक एवं निर्भीक, बेलागलपेट एवं दूरदर्शी फर्नांडिस ने हमारे देश के लिए अमूल्य योगदान दिया। वह गरीबों एवं वंचितों के अधिकारों की सर्वाधिक प्रभावी आवाज़ों में से एक थे। उनके निधन से मैं बहुत दुखी हूं।”
George Sahab represented the best of India’s political leadership.
— Narendra Modi (@narendramodi) January 29, 2019
Frank and fearless, forthright and farsighted, he made a valuable contribution to our country. He was among the most effective voices for the rights of the poor and marginalised.
Saddened by his passing away.
उन्होंने कहा, “जब हम जॉर्ज फर्नांडिस के बारे में सोचते हैं, हम एक बहुत असरदार मज़दूर नेता के रूप में उन्हें याद करते हैं जो न्याय के लिए लड़ा, वह एक ऐसे नेता थे जो शक्तिशाली से शक्तिशाली राजनीतिज्ञों को झुका देते थे, एक विज़नरी रेल मंत्री और एक महान रक्षा मंत्री थे जिन्होंने भारत को सुरक्षित एवं ताकतवर बनाया। अपने लंबे सार्वजनिक जीवन में फर्नांडिस अपनी राजनीतिक विचारधारा से तनिक भी नहीं विचलित हुए। उन्होंने आपातकाल का प्राणपण से विरोध किया। उनकी सादगी एवं विनम्रता अनुकरणीय है।”
When we think of Mr. George Fernandes, we remember most notably the fiery trade union leader who fought for justice, the leader who could humble the mightiest of politicians at the hustings, a visionary Railway Minister and a great Defence Minister who made India safe and strong.
— Narendra Modi (@narendramodi) January 29, 2019
मोदी ने कहा कि उनकी संवेदनाएं दिवंगत नेता के परिजनों, मित्रों एवं लाखों चाहने वालों के साथ हैं। उनकी आत्मा को शांति प्राप्त हो।
समाजवादी नेता एवं अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में मंत्री रहे जॉर्ज फर्नांडिस का आज यहां निधन हो गया। वह 88 वर्ष के थे। सूत्रों के अनुसार अल्ज़ाइमर यानी स्मृतिलोप की बीमारी से पीड़ित श्री फर्नांडिस ने सुबह करीब सात बजे अंतिम सांस ली। उन्हें कुछ दिनों से स्वाइन फ्लू हो गया था। कर्नाटक में मंगलोर के रहने वाले श्री फर्नांडिस आपातकाल का विरोध करने वाले अग्रणी नेताओं में से एक थे। वह सबसे पहले 1967 में लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए थे। उन्होंने बिहार के मुजफ्फरपुर और नालंदा लोकसभा सीटों का प्रतिनिधित्व किया। वह कई बार केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल हुए। उन्होंने संचार, उद्योग, रेलवे और रक्षा मंत्री के तौर पर अपनी विशिष्ट छाप छोड़ी।


