कबाड़ में तब्दील हो रहे लाखों के वाहन
जांजगीर ! लाखों रूपए खर्चकर खरीदी की गई पालिका की सफाई मशीन देख-रेख के अभाव में कबाड़ हो रही है। कुछ मशीन ऐसी है जिसकी खरीदी तो कर ली गई

नगर पालिका के लिए पूर्व में खरीदे गए दर्जनों वाहन रख-रखाव के अभाव में हो बर्बाद
जांजगीर ! लाखों रूपए खर्चकर खरीदी की गई पालिका की सफाई मशीन देख-रेख के अभाव में कबाड़ हो रही है। कुछ मशीन ऐसी है जिसकी खरीदी तो कर ली गई, लेकिन आज तक उपयोग में नहीं लाया गया है। मशीनें अनुपयोगी होकर पड़े-पड़े कबाड़ हो रही है। नगर पालिका प्रशासन द्वारा सफाई, प्रकाश, पानी की व्यवस्था के लिए हर साल महंगी से महंगी मशीनरी तो खरीदी जाती है, लेकिन उचित रख-रखाव व मरम्मत नहीं की जाती। मशीनरी को खुले आसमान के नीचे छोड़ दिया गया है, जिससे पानी, बरसात व धूप में पड़े-पड़े मशीने खराब हो रही है।
नगर पालिका जांजगीर-नैला में एक स्वीपिंग मशीन, एक माजदा, 2 फायर ब्रिगेड, 2 वेक्यूम मशीन, 1 स्काई लिफ्ट, 2 जेसीबी, 3 आटो ट्रेक्टर ट्राली, रिक्शा ट्राली सहित कई मशीन, वाहन व साधन हैं। इनमें कई मशीन बिना उपयोग के ही खराब हो गई तो वहीं कई मशीनें नगर पालिक द्वारा उचित रख-रखाव के अभाव में खाली पड़े-पड़े कबाड़ हो रही है। इनमें 1 स्वीपिंग मशीन, 1 माजदा, 1 वेक्यूम मशीन, 1 जेसीबी, 1 आटो, 1 टेंकर सहित लगभग दर्जन भर कन्टेनर व रिक्शा कबाड़ हो गए। इसी तरह चांपा नगर पालिका में 6 ट्रेक्टर, 1 जेसीबी, एक्सिवेटर, 4 फागिंग मशीन, 2 आटो, 1 स्काई लिफ्ट, 3 छोटा पानी टैंकर, जैविक खाद मशीन, रिक्शा ट्राली सहित कई मशीन, वाहन व साधन हैं। ट्रैक्टर रखने शेड तो बनाया गया है जो कि पर्याप्त नहीं है। ऊपर से पालिका के कर्मचारी व अधिकारी शेड का उपयोग अपने मोटर साइकिल रखने के लिए करते हैं। सारी मशीनरी खुले आसमान के नीचे अव्यवस्थित ढंग से रखा गया है। समय पर मरमत नहीं किए जाने के कारण मशीनों में जंग लग रहा हैं। लाखों की मशीनरी कबाड़ में तब्दील हो रहा है। 6 ट्रैक्टर में से दो खराब है, 5 ट्रैक्टर ट्राली में से 2 खराब है। तीन छोटे पानी टैंकर में से केवल एक ही पानी ट्रैक्टर काम का है, 2 छोटे पानी टैंकर खराब पड़े हैं। सफाई विभाग प्रभारी ने बताया कि छोटा-मोटा सुधार कार्य करा लिया जाता है, लेकिन बड़े कार्य के लिए निविदा आमंत्रित की जाती है।
स्वीपिंग मशीन भी
नगर पालिका जांजगीर-नैला द्वारा शहर की साफ-सफाई की व्यवस्था के लिए 8 वर्ष पूर्व लगभग 50 लाख रूपए खर्च कर स्वीपिंग मशीन खरीदा गया। इस मशीन के लिए नगर पालिका द्वारा आपरेटर को प्रशिक्षण भी दिया गया। नगर पालिका द्वारा शुरूआती दौर में एक दो दिन ही मशीन की सहायता से सफाई कराई गई। कई सालों से मशीन बिना उपयोग आरईएस आफिस के पास नपा के गैरेज में रखी है और यह जर्जर हो गई है।
सफाई कंटेनर पड़े-पड़े नष्ट
नगर पालिका जांजगीर नैला द्वारा शहर की साफ-सफाई व्यवस्था बनाए रखने के लिए लाखों रूपए खर्च कर कन्टेनर मंगाया था लेकिन नगर पालिका की उदासीनता के चलते कन्टेनर का उपयोग आज तक नहीं किया। कन्टेनर बिना उपयोग के ही कबाड़ हो गई। शहर की सफाई के लिए मंगाए गए कन्टेनर पुलिस कंट्रोल रूम व बीडीएम गार्डन में बिना उपयोग के कबाड़ हो गए।


