भोपाल पहुंचे यशवंत सिन्हा, भाजपा पर जमकर बरसे ,कहा- सर्वोच्च पद के लिए हो रहे निर्वाचन में भी ऑपरेशन कमल का कर रही इस्तेमाल
राष्ट्रपति पद के चुनाव अभियान के सिलसिले में भोपाल पहुंचे राष्ट्रपति पद के प्रत्याशी यशवंत सिन्हा ने भाजपा एवम मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा. सिन्हा ने कहा कि गणतंत्र के सर्वाेच्च पद के लिए हो रहे निर्वाचन में भी ऑपरेशन कमल का इस्तेमाल किया जा रहा है

भोपाल। राष्ट्रपति पद के चुनाव अभियान के सिलसिले में भोपाल पहुंचे राष्ट्रपति पद के प्रत्याशी यशवंत सिन्हा ने भाजपा एवम मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा. सिन्हा ने कहा कि गणतंत्र के सर्वाेच्च पद के लिए हो रहे निर्वाचन में भी ऑपरेशन कमल का इस्तेमाल किया जा रहा है। गैर भाजपा विधायकों को क्रॉस वोटिंग करने के लिए बड़ी मात्रा में धन का आफर दिया जा रहा है। . इसका सीधा मतलब है कि भाजपा को स्वतंत्र और निष्पक्ष राष्ट्रपति चुनाव से डर लग रहा है। सिन्हा ने कहा कि ‘ऑपरेशन कमल’ का सही नाम होना चाहिए ‘ऑपरेशन मल’ क्योंकि यह सत्ताधारी दल की इस तरह की राजनीति का पर्यायवाची बन गया है। इसका इस्तेमाल विपक्षी दलों को तोड़ने फोड़ने में किया जा रहा है और विपक्षी दलों की सरकार को गिराने में किया जा रहा है। मध्य प्रदेश के अलावा भाजपा ने कर्नाटक, गोवा, अरुणाचल और हाल ही में महाराष्ट्र में सरकारें गिराईं।
अर्थव्यवस्था की हालत खराब
सिन्हा ने देश मे बढ़ती महंगाई पर भी मोदी सरकार को आड़े हाथों लिया। सिन्हा ने कहा कि हमारे लोकतंत्र के सामने कभी इतनी सारी चुनौतियां एक साथ नहीं आई। अर्थव्यवस्था की हालत खराब है। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया तेजी से नीचे गिर रहा है। मौजूदा प्रधानमंत्री के कार्यकाल में रुपया 58.44 रुपए से घटकर 79.75 के स्तर पर आ गया है। अप्रत्याशित महंगाई ने लोगों का जीवन बेहाल कर दिया है। एलपीजी सिलेंडर की कीमत 2014 में 410 रू. थी आज भोपाल में सिलेंडर की कीमत 1058 रुपए है। यानी गैस सिलेंडर की कीमतों में 300 प्रतिशत का इजाफा हुआ है, रिकार्ड स्तर पर पहुंची बेरोजगारी के कारण नौजवानों को अपना भविष्य अंधकार में दिखाई दे रहा है।
देश के सर्वोच्च पद के लिए खड़े हुए व्यक्ति के बारे में जानने का अधिकार
सिन्हा ने कहा कि उन्होने अब तक 50 से अधिक इंटरव्यू दिए हैं। मैंने ऐसा इसलिए किया क्योंकि मुझे लगता है कि भारत के लोगों को देश के सर्वाेच्च पद के लिए खड़े हुए व्यक्ति के बारे में जानने का अधिकार है और वह व्यक्ति देश के विभिन्न मुद्दों और चुनौतियों के बारे में क्या सोचता है। हालांकि उन्हे इस बात से बड़ी निराशा हुई कि सत्ताधारी दल की प्रत्याशी ने अब तक एक भी प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित नहीं किया। देश की जनता नहीं जानती कि उनका रुख क्या है। उन्होंने अब तक आदिवासी समुदाय से जुड़े मुद्दों तक पर कोई बयान नहीं दिया है। इसलिए मैं राष्ट्रपति चुनाव में वोट डालने वाले लोगों और देश की जनता से पूछना चाहता हूं कि क्या वह एक खामोश राष्ट्रपति चाहते हैं, क्या रबर स्टांप राष्ट्रपति चाहते हैं।


