राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने राष्ट्र को संविधान दिवस की बधाई दी
उपराष्ट्रपति एम. वेकैंया नायडू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज संविधान दिवस के मौके पर देशवासियों को बधाई दी

नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति एम. वेकैंया नायडू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज संविधान दिवस के मौके पर देशवासियों को बधाई दी है।
नायडू ने ट्वीट किया, "मैं आज संविधान दिवस के अवसर पर देशवासियों को बधाई देता हूं। इस दिन, 1949 में, भारत के विवेकशील लोगों ने खुद को डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर के सक्षम मार्गदर्शन के तहत तैयार संविधान दिया था।"
आज संविधान दिवस के अवसर पर देशवासियों का हार्दिक अभिनन्दन करता हूं। 1949 में, आज के ही दिन भारत की प्रबुद्ध जनता ने, डॉ बाबासाहेब अम्बेडकर के निर्देशन में बने संविधान को अंगीकार किया था। #संविधानदिवस #ConstitutionDay
— VicePresidentOfIndia (@VPSecretariat) November 26, 2018
उन्होंने कहा कि स्वतंत्र भारत की संविधान सभा ने 395 अनुच्छेद और आठ अनुसूची वाले मसौदा संविधान को अपनाया था, जिस पर दो साल 11 महीनों और 17 दिनों की अवधि में हुए 11 सत्रों के दौरान संविधान सभा के 299 सदस्यों के बीच पूरी तरह से बहस हुई थी।
स्वतंत्र भारत की संविधान सभा के 299 सदस्यों ने 11सत्रों में, 2 साल 11 माह और 17 दिनों के कठिन परिश्रम से 395 अनुच्छेदों और 8 अनुसूचियों वाले जिस संविधान का प्रारूप तैयार किया, संविधान सभा ने आज के दिन ही उसका अनुमोदन किया था। #संविधानदिवस #ConstitutionDay
— VicePresidentOfIndia (@VPSecretariat) November 26, 2018
नायडू ने कहा कि अब यह हमारा सर्वोच्च राष्ट्रीय दायित्व है कि हम अपने व्यक्तिगत और सामुदायिक जीवन में संविधान की भावना के प्रति ईमानदार रहे।
ये हमारा पावन राष्ट्रीय कर्तव्य है कि हम निजी और राष्ट्रीय जीवन में संविधान की मूल भावनाओं और प्रावधानों का निष्ठापूर्वक पालन करें।
— VicePresidentOfIndia (@VPSecretariat) November 26, 2018
निजी और सार्वजनिक जीवन में आचरण की शुचिता रखें,संवैधानिक संस्थाओं और प्रक्रियाओं में आस्था रखें। संविधान दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। #संविधानदिवस
उपराष्ट्रपति ने कहा, "हमें अपने व्यक्तिगत और सार्वजनिक जीवन में ईमानदारी बनाए रखनी चाहिए, संवैधानिक निकायों और प्रक्रियाओं में विश्वास करना चाहिए और उनका सम्मान करना होना चाहिए। संविधान दिवस पर मेरी हार्दिक बधाई।"
The adoption of the Constitution was a milestone in India’s democratic journey. The expansion of the idea of justice is a consequence of an informed and demanding citizenry attempting to forge a new social contract with a responsive state. #PresidentKovind
— President of India (@rashtrapatibhvn) November 26, 2018
प्रधानमंत्री मोदी ने भी ट्वीट कर कहा, "संविधान दिवस पर हम हमारे संविधान सभा में सेवा देने वाले महान लोगों के शानदार योगदान को गर्व के साथ याद करते हैं। हमें हमारे संविधान पर गर्व है और इसमें निहित मूल्यों को बनाए रखने के लिए हमारी प्रतिबद्धता दोहराते हैं।"
On Constitution Day we recall with pride the stellar contribution of the greats who served in our Constituent Assembly. We are proud of our Constitution and reiterate our commitment to uphold the values enshrined in it.
— Narendra Modi (@narendramodi) November 26, 2018
Here is what I said during yesterday’s #MannKiBaat. pic.twitter.com/Bx0Y60mUsw
प्रधानमंत्री ने रविवार को अपने मासिक रेडियो प्रसारण कार्यक्रम 'मन की बात' के ऑडियो का एक लिंक भी साझा किया जहां उन्होंने आंबेडकर के योगदान के बारे में काफी बात की है, जिन्होंने भारतीय संविधान का मसौदा तैयार किया था।
संविधान दिवस हर साल 26 नवंबर को मनाया जाता है, जिस दिन भारत के संविधान मसौदे को अपनाया गया था।
26 जनवरी 1950 को भारत का संविधान लागू होने से पहले 26 नवंबर 1949 को इसे अपनाया गया था।
सरकार ने 19 नवंबर, 2015 को राजपत्र अधिसूचना की सहायता से 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में घोषित किया था।


