जनजातीय अभिव्यक्तियों का राष्ट्रीय उत्सव—उत्कर्ष और उन्मेष का राष्ट्रपति करेगी शुभारंभ
भोपाल । आज़ादी का अमृत महोत्सव’ के अंतर्गत संगीत नाटक अकादमी भारत सरकार, साहित्य अकादमी, भारत सरकार और संस्कृति विभाग, मध्य प्रदेश शासन द्वारा भोपाल में *भारत की लोक एवं जनजातीय अभिव्यक्तियों का राष्ट्रीय उत्सव—"उत्कर्ष और उन्मेष" का आयोजन प्रदेश की राजधानी भोपाल में 3 से 5 अगस्त तक किया जा रहा है. आयोजन का शुभारंभ

भोपाल । आज़ादी का अमृत महोत्सव’ के अंतर्गत संगीत नाटक अकादमी भारत सरकार, साहित्य अकादमी, भारत सरकार और संस्कृति विभाग, मध्य प्रदेश शासन द्वारा भोपाल में *भारत की लोक एवं जनजातीय अभिव्यक्तियों का राष्ट्रीय उत्सव—"उत्कर्ष और उन्मेष" का आयोजन प्रदेश की राजधानी भोपाल में 3 से 5 अगस्त तक किया जा रहा है. आयोजन का शुभारंभ
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा किया जाएगा आयोजन में राज्यपाल मंगू भाई पटेल और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान उपस्थित रहेंगे।
संगीत नाटक अकादमी भारत सरकार की अध्यक्ष डॉ संध्या पूरेचा ने बताया कि उत्कर्ष उत्सव के तीनों दिन शाम 5 बजे से रविंद्र भवन के सभागार में भारत के लोक नृत्य और जनजातीय नृत्यों की प्रस्तुति दी जाएगी। इसके पूर्व 2 अगस्त 2023 बुधवार को शाम 7 बजे कला यात्रा निकाली जाएगी। उत्सव के पहले दिन गुरुवार को शाम 5 बजे से विभिन्न राज्यों के लोक नृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी। लेख एवं लद्दाख का जबरो नृत्य, नागालैंड का सुमी वार नृत्य, गोवा का समय नृत्य, सिक्किम का सिंधी छम, मध्यप्रदेश का राई नृत्य, मेघालय का वांग्ला नृत्य, मध्य प्रदेश का बरेदी नृत्य, महाराष्ट्र का लावणी नृत्य, असम का बीहू नृत्य, ओडिसा का सिंगारी नृत्य, झारखंड का पाईका नृत्य और आंध्र प्रदेश का टप्पेटा गुल्लू नृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी।
प्रमुख सचिव संस्कृति और पर्यटन शिव शेखर शुक्ला ने बताया कि उत्कर्ष उत्सव में देश के 36 राज्यों एवं केन्द्र शासित प्रदेशों के लगभग 800 कलाकार भाग लेंगे और लोक एवं जनजातीय प्रदर्शन कलाओं की सतरंगी छटा बिखेरेंगे। उत्सव का प्रसारण संगीत नाटक अकादमी के फेसबुक और यूट्यूब चैनल सहित संस्कृति विभाग के फेसबुक और यूट्यूब चैनल पर किया जाएगा।
एशिया का सबसे बड़ा साहित्यिक सम्मेलन है उन्मेष- डा. के श्रीनिवास राव
साहित्य अकादमी भारत सरकार के सचिव डा. के श्रीनिवास राव ने बताया कि उन्मेष उत्सव एशिया का सबसे बड़ा साहित्यिक सम्मेलन है। इस अंतर्राष्ट्रीय साहित्य उत्सव अंतर्गत बहुभाषी कविता पाठ, लेखन पाठ, आदिवासी कवि सम्मेलन, साहित्य के विषयों पर परिचर्चा, आजादी का अमृत महोत्सव पर कविता पाठ और साहित्य के उत्थान संबंधी विभिन्न विषयों पर प्रबुद्धजनों द्वारा विमर्श किया जाएगा। इसके साथ ही "पुस्तक मेला" में साहित्य अकादमी और अन्य प्रकाशकों की पुस्तकें बिक्री के लिए सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक उपलब्ध रहेंगे। उत्सव के दौरान साहित्य अकादमी द्वारा प्रख्यात लेखकों पर बनी डॉक्यूमेंट्री को भी दिखाया जायेगा।


