महाप्रभु वल्लभाचार्य के प्राकट्य स्थल चंपारण में जन्मोत्सव की तैयारियां जोर शोर से
महाप्रभु वल्लभाचार्य के प्राकट्य स्थल चंपारण में जन्मोत्सव की तैयारियां जोर शोर से आरंभ हो गई है

नवापारा-राजिम। महाप्रभु वल्लभाचार्य के प्राकट्य स्थल चंपारण में जन्मोत्सव की तैयारियां जोर शोर से आरंभ हो गई है। प्राकट्य स्थल को लाईटिंग झालर से सजाया गया है। जन्मोत्सव पर महाप्रभु वल्लभाचार्य जी के गादीपति श्री द्वारकेश लालजी मुम्बई से वायुयान से रायपुर पहुंच रहे हैं, जहां वैष्णवजनों द्वारा स्वागत किया जाएगा।
इसके पश्चात वे सीधे महाप्रभु वल्लभाचार्य जी के प्राकट्य स्थल चंपारण पहुंचेंगे। वे सीधे महाप्रभु वल्लभाचार्य जी के दर्शन के लिए मंदिर बैठक जी पहुंचेंगे तथा वहां वे दर्शन पश्चात विश्राम करेंगे। जन्मोत्सव को लेकर देश के अनेक स्थानों से वैष्णवजनों का आना शुरू हो गया है।
शोभायात्रा में सौराष्ट्र गुजरात, मुम्बई, हैदराबाद, इंग्लैण्ड से आए वैष्णव जनों सहित महाप्रभु वल्लभाचार्य जी के गादीपति द्वारकेश लाल जी सहित श्रद्धालुजन डांडिया, रास, गरबा करते हुए शामिल होंगे। इसकी तैयारी में संपूर्ण चंपारण में व्यवस्था के लिए बंटी भाई अडिया, संदीप अडिया सहित मुखिया जी हरीश जोशी भोजन व्यवस्था, ठक्कर बाबा की टीम कार्यालय में चंद्रेश भाई एवं मंदिर की व्यवस्था दक्षा बहन कर रही है।
यात्रियों के ठहरने के लिए सुदामापुरी कदम आश्रम और गोपाल धर्मशाला में व्यवस्था की गई है। कदम आश्रम में अशोक गांधी, कांतिलाल बावरिया एवं गोपाल धर्मशाला में अशोक दम्मानी सहित अन्य कार्यकर्ता लगे हुए हैं।
शोडस ग्रंथ जी की शोभायात्रा सुदामापुरी से निकली जाएगी। द्वारकेश लाल जी ने इस अवसर पर कहा कि जलाशय से एक घड़ा पानी भरते हैं। छोटे छिद्रों के कारण घर पहुंचते तक वह खाली हो जाता है। छिद्रों को बंद करने का प्रयास होना चाहिए। ठीक वैसे ही हम अपने ह्रदय पात्र को पक्का कर लेंवे तो निश्चय ही प्रभु के पात्र बन जाएंगे।
भव्य जन्मोत्सव की तैयारी में ट्रस्टी कमलभाई अडिया ने जानकारी दी।


