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Election 2022: हिमाचल प्रदेश में मतगणना की तैयारियां

हिमाचल प्रदेश विधानसभा के लिए गत 12 नवंबर को हुए मतदान की गिनती की तैयारी शुरू कर दी गई हैं।

Election 2022: हिमाचल प्रदेश में मतगणना की तैयारियां
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शिमला, 22 नवंबर: हिमाचल प्रदेश विधानसभा के लिए गत 12 नवंबर को हुए मतदान की गिनती की तैयारी शुरू कर दी गई हैं।

मुख्य चुनाव अधिकारी मनीष गर्ग ने आज यहां बताया कि मतगणना 8 दिसंबर को होगी । प्रदेश के अलग अलग विधानसभा क्षेत्रों में मतगणना केंद्र तैयार कर दिए गए हैं। इन मतगणना केंद्रों में स्टिल कैमरा की निगरानी में मतों की गणना की जाएगी, ताकि किसी तरह की गड़बड़ी सामने न आए। इसके अलावा काउंटिंग टेबल की गणना क्रमानुसार नहीं की जाएगी। रैंडम आधार पर कहीं से किसी भी टेबल की गणना की जा सकती हैं। ईवीएम व वीवीपैट से मतदान को लेकर बाद में कोई सवाल न उठें, इसलिए मतगणना के दौरान हर विधानसभा की पांच वीवीपैट की पर्चियों का मिलान ईवीएम में पड़े वोट से किया जाएगा। हालांकि इससे पहले प्रत्याशियों और एजेंट की राय ली जाएगी कि किस बूथ की वीवीपैट मशीन की पर्चियों का मिलान किया जाए।
एजेंट और प्रत्याशियों को मतगणना शुरू होने से पहले मतगणना केंद्र तक पहुंचाना होगा, ताकि पांच बूथों की वीवीपैट मशीनों की पर्चियों का ईवीएम से मिलान किया जा सके। एजेंट और प्रत्याशियों को मतगणना शुरू होने से पहले मतगणना केंद्र तक पहुंचाना होगा, ताकि पांच बूथों की वीवीपैट मशीनों की पर्चियों का ईवीएम से मिलान किया जा सके। प्रत्याशी और एजेंट जिन बूथों के नाम बताएंगे, उन्हीं बूथों की वीवीपैट और ईवीएम में पड़े वोटों का मिलान किया जाएगा। इस दौरान यदि वोट में कोई अंतर मिलता है तो वीवीपैट के ही वोट सही माने जाएंगे। इसके बाद मतगणना शुरू होगी। चुनाव आयोग से आने वाले चुनाव पर्यवेक्षक खुद मतदान केंद्र में जाकर रैंडम सैंपलिंग से ईवीएम चुनेंगे और फिर वीवीपैट की पर्चियों की जांच की जाएगी।
श्री गर्ग ने कहा कि वीवीपैट मशीनों की पर्चियों की जांच भी मतगणना के दिन ही की जाएगी। मतगणना के दिन वीवीपैट की जांच की प्रक्रिया आरंभ करते समय चुनाव पर्यवेक्षक और चुनाव अधिकारी मौके पर उपस्थित रहेंगे। यह भी देखा जाएगा कि किसी वीवीपैट से किसी एक ही पार्टी के प्रत्याशियों के नाम की पर्चियां तो नहीं निकली हैं। चुनाव आयोग ने ईवीएम पर बार-बार गड़बड़ी होने के आरोपों से बचने के लिए वीवीपैट की व्यवस्था की है, ताकि किसी भी प्रकार की गड़बड़ी की आशंका से बचा जा सके।
ज्ञात रहे कि 12 नवंबर को मतदान हुआ था। ईवीएम इस समय पुलिस, आईटीबीपी कडी सुरक्षा के बीच रखी गई है।


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