जिले में जलसंकट से निपटने युद्धस्तर पर तैयारी
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग ने जिले में गर्मी के मौसम में पानी की समस्या से निपटने युद्धस्तर पर तैयारी शुरू कर दी है

बिल्हा, मस्तूरी, तखतपुर है सबसे ज्यादा प्रभावित ब्लॉक, पीएचई ने ग्राम पंचायतों में दिए अफसरों के मोबाइल नंबर
बिलासपुर। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग ने जिले में गर्मी के मौसम में पानी की समस्या से निपटने युद्धस्तर पर तैयारी शुरू कर दी है। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग ने जिले के ग्राम पंचायतों में अधिकारियों का मोबाइल नम्बर दिया है।
यदि गांवों में पानी समस्या आती है तो मोबाइल द्वारा अधिकारियों से शिकायत दर्ज करा सकते हैं। अभी जिले के मस्तूरी बिल्हा और तखतपुर ब्लाक में पानी की समस्या की शिकायत विभाग में पहुंची है। विभाग के तीनों ब्लॉकों में हैण्डपंप, बोर मरम्मत का कार्य शुरू कर दिया है।
विभाग ने जिले में 25 सौ हैण्डपंपों को सुधारने का कार्य शुरू कर दिया है। मरम्मत कार्य में लाखों रूपए खर्च किए जा रहे हैं। जिन क्षेत्रों में पानी की समस्या अधिक है उन क्षेत्रों में टैंकर की व्यवस्था विभाग द्वारा करने की योजना बनाई गई है। जिले में भेजूल स्तर 26 मीटर नीचे चला गया है। पिछले साल 38 मीटर तक भूजल स्तर नीचे चला गया था।
प्राप्त जानकारी के अनुसार लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के गरमी के मौसम में पानी की समस्या को लेकर जिले के गांवों का सर्वे करने के बाद हैण्डपंप और बोर मरम्मत का कार्य शुरू कर दिया है। विभाग ने हर गांव के आबादी के अनुसार हैण्डपंप लगाया जा रहा है।
जिस गांव की आबादी एक हजार है उस गांव में चार हैण्डपंप लगाए जा रहे हैं। जबकि विभाग केन्द्र सरकार की योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में पानी टंकी का निर्माण कर रहा है।
पानी टंकी का 80 फीसदी निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है।
ग्रामीण क्षेत्रों के घरों में पाइप लाइन द्वारा पानी देने की योजना है। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा पानी टंकी का निर्माण कार्य पूर्ण करके ग्राम पंचायत को हैण्ड ओवर करने का प्रावधान है। क्योंकि पंचायती राज्य अधिनियम द्वारा ग्राम पंचायतों को घरों में पाइप लाइन द्वारा पानी सप्लाई का अधिकार दिया गया है और पानी बिल की वसूली भी ग्राम पंचायतों को करनी है।
कई ग्राम पंचायतों में पानी टंकी का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है मगर घरों में पानी टंकी से पानी की सप्लाई नहीं की जा रही है और पानी टंकी के बोर से पानी का उपयोग ग्राम पंचायतें सीधे कर रही है। पानी टंकी का उपयोग पंचायतें नहीं कर रही है। यहां तक की घरों पाइप लाइन बिछाने का कार्य भी नहीं किया गया है।
जब पानी टंकी से पानी की सप्लाई हर घरों में पाइप लाइन द्वारा होनी शुरू हो जाएगी तो ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की समस्या नहीं रहेगी। ग्राम पंचायतों को केन्द्र सरकार और राज्य सरकार हर साल करोड़ों की राशि का आबंटन कर रही है। मगर ग्राम पंचायतें उस राशि का उपयोग गांव के विकास कार्यों में नहीं कर रही है।
25 सौ हैण्डपंपों को बदला जाएगा
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग गरमी को देखते हुए 25सौ हैण्डपंपों को बदलने का कार्य कर रहा है। जिन हैण्डपंपों का पानी नीचे चला गया है उन हैण्डपम्पों में और पाइप डाली जा रही है। युद्धस्तर पर समस्या को ठीक करने का कार्य अभी चल रहा है। 31 मार्च तक विभाग ने जिले में पानी की समस्या खत्म करने का दावा किया है।
सर्वे कराया गया था
पीएचई विभाग अक्टूबर माह से जिले में गांव की पानी की समस्या को लेकर सर्वे कराया था। सर्वे की सूची के अनुसार पानी की समस्या को दूर किया जा रहा है।
विभाग ने अधिकारियों के मोबाइल नम्बर ग्राम पंचायतों में दिए हैं। पानी की समस्या आती है तो तुरंत मोबाइल पर शिकायत की जा सकती है और पानी की समस्या को ठीक करने का कार्य किया जाएगा।
4 साल से 3 ब्लॉकों में पानी का संकट
मस्तूरी बिल्हा और तखतपुर के ब्लॉक स्तर पर पानी की समस्या पिछले चार साल से होने की जानकारी मिली है क्योंकि इन ब्लॉकों में कम बारिश से भूजल स्तर घटने के कारण हैण्डपंप सूखने के कगार पर पहुंच गये थे।
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग इन गांवों के हैंडपम्पों को सुधारने का कार्य कर रहा है। आने वाले समय में यहां पानी की समस्या नहीं रहेगी।
शासन को विभाग ने भेजा पत्र
जिला प्रशासन को पत्र लिखा है कि ग्राम पंचायतों की जिन पानी टंकियों का उपयोग नहीं हो रहा है उन टंकियों का उपयोग ग्राम पंचायतों को करने के निर्देश दिए जाएं।
विभाग का कहना है कि दस वर्षों में पहली बार भूजल स्तर कम हो गया है। इसका कारण यह है कि नवम्बर दिसम्बर और फरवरी में बारिश का होना है। गरमी के मौसम में सूखे क्षेत्रों में पानी की व्यवस्था टैंकर द्वारा की जाएगी।
हैण्डपंपों की समस्या ग्राम पंचायतों में बनाई जा रही है।
उसके कारण ग्रामीणों को पानी की समस्या नहीं रहेगी। पानी टंकी शुरू होने से ग्रामीणों को पानी की समस्या नहीं रहेगी। ग्रामीणों को घर में पानी उपलब्ध हो सकेगा। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग इस वर्ष जिले में पहले से तैयारी शुरू कर दी है।
विभाग ने जिले के ब्लॉक स्तर पर अधिकारियों की तैनाती कर दी है। पानी की समस्या की शिकायत मिलने पर 24 घण्टे में निराकरण करने का अधिकारियों को फरमान दिया गया है।


