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'झामुमो' और 'आप' यशवंत सिन्हा के नामांकन में नहीं हुए शामिल

राष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के नामांकन दाखिल करने के मौके पर झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) और आम आदमी पार्टी (आप) की अनुपस्थिति विपक्षी खेमे में आई दरार का संकेत देती दिख रही है

झामुमो और आप यशवंत सिन्हा के नामांकन में नहीं हुए शामिल
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नई दिल्ली, राष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के नामांकन दाखिल करने के मौके पर झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) और आम आदमी पार्टी (आप) की अनुपस्थिति विपक्षी खेमे में आई दरार का संकेत देती दिख रही है। सोमवार को जब यशवंत सिन्हा ने अपना नामांकन भरा तो राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) सुप्रीमो शरद पवार, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, माकपा महासचिव सीताराम येचुरी और समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव सहित 16 विपक्षी दलों के वरिष्ठ नेता उनके साथ थे।

झामुमो और आप ने इस कार्यक्रम में भाग नहीं लिया जो विपक्षी दलों के भीतर दरार का संकेत देती है।

द्रौपदी मुर्मू को एनडीए द्वारा उनके उम्मीदवार के रूप में नामित किए जाने के बाद से झामुमो पसोपेश में पड़ गई है।

सूत्रों ने कहा कि ओडिशा की संथाली द्रौपदी मुर्मू को झामुमो घरेलू राजनीति के कारण नजरअंदाज नहीं कर पा रही है। झारखंड के आदिवासी क्षेत्रों में झामुमों का बड़ा आधार है। हालांकि, झामुमो राज्य में कांग्रेस के साथ गठबंधन में है, लेकिन उसने सिन्हा के नामांकन दाखिल करने से खुद को दूर रखना चुना।

राहुल गांधी ने नामांकन के बाद कहा, "यह विचारधारा की लड़ाई है और विपक्ष यशवंत सिन्हा की उम्मीदवारी पर एकजुट है।"

अन्य नेताओं में नेशनल कांफ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला, भाकपा के डी. राजा, तृणमूल कांग्रेस से सौगत रॉय और अन्य विपक्षी नेताओं में द्रमुक से ए. राजा और टी. शिवा मौजूद थे। टीआरएस ने भी सिन्हा को अपना समर्थन दिया है।

अब सिन्हा सांसदों और विधायकों से मिलने के अपने अभियान की शुरूआत करेंगे। सिन्हा ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के कार्यालय में फोन कर चुनाव के लिए समर्थन मांगा था। उन्होंने विपक्षी दलों के सभी नेताओं को एक पत्र भी लिखा। पत्र में सिन्हा ने लिखा, "भारत बेहद मुश्किल दौर से गुजर रहा है। मैं आम लोगों के लिए आवाज उठाऊंगा।"

सिन्हा ने यह भी कहा था कि दूसरी विचारधारा के नेता संविधान का गला घोंटने और चुनावों में जनादेश का मजाक बनाने पर आमादा हैं।

भाजपा नीत राजग प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू ने पिछले सप्ताह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पार्टी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, अमित शाह, नितिन गडकरी और गठबंधन सहयोगियों के नेताओं की मौजूदगी में नामांकन दाखिल किया।

मुर्मू के नामांकन पत्र दाखिल करने के दौरान एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भी मौजूद थे।


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