आपदा का पहले ही लगाया जा सकेगा सटीक अनुमान
अमेरिका व ब्रिटेन के बाद अब भारत में भी मौसम की सटीक जानकारी मिल सकेगी

नोएडा। अमेरिका व ब्रिटेन के बाद अब भारत में भी मौसम की सटीक जानकारी मिल सकेगी। इसके लिए शहर के सेक्टर-62 स्थित राष्ट्रीय मध्यम अवधि पूवार्नुमान केंद्र में मौसम के ज्यादा सटीक आंकड़ों की जानकारी के लिए अमेरिका की तर्ज पर ग्लोबल मॉडल कंप्यूटर मिहिर लगाया गया।
इसके लगने के साथ ही जो आंकड़ें मिलेंगे वह वर्तमान में मौसम के पूवार्नुमान आंकड़ों से कहीं ज्यादा सही व सटीक होंगे। इसके साथ ही मौसम विभाग को इस कंप्यूटर से पहले ही तूफान या किसी भी आपदा की जानकारी मिल सकेगी।
इसके चलते विभाग को चेतावनी व तैयारी करने में सहायता मिल सकेगी। इसका लोकार्पण केंद्रीय मंत्री विज्ञान और प्रौद्योगिकी डॉ. हर्ष वर्धन ने किया।
बता दें कि वर्तमान राष्ट्रीय मध्यम अवधि पूवार्नुमान केंद्र में लगे सिस्टम की तकनीक काफी पुरानी है और इसके द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के आधार पर मौसम विभाग का पूर्वानुमान 70-80 फीसदी तक ही सही निकलता है। जिसके चलते अब यहां ग्लोबल मॉडल कंप्यूटर मिहिर लगाया गया है।
इसके लगते ही जो आंकड़े जारी होंगे उससे करीब 95 फीसदी तक पुर्वानुमान सही निकलने की उम्मीद जताई जा रही है। अधिकारियों के मुताबिक फिलहाल केंद्र में मैथेमेटिकल कंप्यूटर मॉडल (जमीन से आसमान के बीच की गतिविधियां) पर आधारित तकनीक से ही काम किया जा रहा है। लेकिन अब इसमें लैंड सरफेस प्रॉसेस (समुद्री सतह की गतिविधियां) को भी शामिल किया गया है।
लोकार्पण के दौरान मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि केंद्र में ग्लोबल मॉडल कंप्यूटर लगने के बाद देश का मौसम का पूर्वानुमान जारी करने का सिस्टम अमेरिका व ब्रिटेन के बराबर ही ताकतवर हो गया है। दरअसल, वर्तमान में ग्लोबल मॉडल कंप्यूटर तकनीक अमेरिका और ब्रिटेन में ही इस्तेमाल की जा रही है।
वहीं भारत में इस्तेमाल हो रही तकनीक वर्तमान में भी कई अन्य देशों के बराबर है व कई देशों की पूर्वानुमान तकनीक से बेहतर है। हालांकि अब नए सिस्टम के लगने के साथ ही देश के मौसम विभाग को समुद्री सतह के अंदर करीब 500 मीटर तक की गतिविधियों की भी सटीक जानकारी मिल सकेगी। जिसके जरिए विभाग पुर्वानुमान के सही आंकड़े जारी कर सकेगा।


