प्रसाद दूषित भोजन से मरने वालों की संख्या 16
चामराजनगर के अस्पतालों में आठ और मैसुरु के अस्पतालों में आठ लोगों की मौत हो गयी, पुलिस ने चार लोगों इमादी महादेवस्वामी, अम्बिका, मदेशा और दोद्इया को गिरफ्तार कर चार दिनों की पुलिस रिमांड पर रखा है

मैसुरु । कर्नाटक में चामराजनगर जिले के सुलवादी मंदिर प्रसाद दूषित हादसे में मृतकों की संख्या बढ़कर 16 हो गयी है।
एक निजी अस्पताल में 45 वर्षीय श्रद्धालु नागेश की शुक्रवार को मौत हो गयी। अस्पताल सूत्रों ने बताया कि नागेश को पिछले सप्ताह भर्ती करवाया गया था और उसे वेंटीलेटर पर रखा गया था। आज तड़के उसकी मौत हो गयी। वह मंदिर के ट्रस्टी चिन्नापे का भाई था। उसने पिछले शुक्रवार को भेड़ चराने जाने से पहले मंदिर का प्रसाद खाया था।
कुछ पीड़ितों की हालत अब भी गंभीर है। शहर के विभिन्न अस्पतालों में लगभग 50 मरीजों का इलाज चल रहा है जिनमें से कुछ अब भी वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं।
चामराजनगर के अस्पतालों में अब तक आठ और मैसुरु के अस्पतालों में आठ लोगों की मौत हो गयी। पुलिस ने चार लोगों इमादी महादेवस्वामी, अम्बिका, मदेशा और दोद्इया को गिरफ्तार कर चार दिनों की पुलिस रिमांड पर रखा है।
जांच अधिकारी ने सुलावदी गांव के मरम्मा मंदिर परिसर जाकर जांच-पड़ताल की और अम्बिका, मदेशा, और दोद्दइया को गिरफ्तार किया।
गौरतलब है कि कर्नाटक में चामराजनगर जिले के सुलवादी गांव में 14 दिसंबर को मरम्मा मंदिर में दूषित भोजन करने के बाद दो महिलाओं समेत 10 लोगों की मौत हो गयी और 80 अन्य बीमार हो गये।
श्रद्धालुओं ने मंदिर के गोपुरम आधारशिला समारोह में भोजन करने के बाद उल्टी और बेचैनी की शिकायत की। उन्हें कोल्लेगल के निकट के और मैसुरु के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।


