ताइक्वांंडो में प्रांजल को स्वर्ण
प्रतिभा चाहे कहीं भी उभरे, चाहे गाँव हो, शहर हो या कस्बा प्रतिभा उभर ही जाता है
बलरापुर। प्रतिभा चाहे कहीं भी उभरे, चाहे गाँव हो, शहर हो या कस्बा प्रतिभा उभर ही जाता है । कांगड़ा हिमाचल प्रदेश में आयोजित तीन दिवसीय टोगा एवं टेफ्टिगेस नेशनल ट्रेडिशनल ओलंपिक ताइक्वांडो एसोसिएशन संघ द्वारा आयोजित चैंपियनशिप में प्रांजल सिंह पिता अरुण सिंह ने मार्शल आर्ट्स में पांच राज्यों के खिलाड़ियों को हराते हुए अंतिम मुकाबले में महाराष्ट्र के खिलाड़ी को हराकर स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाकर अपने प्रदेश और जिला बलरामपुर का नाम रोशन किया है।
कांगड़ा हिमाचल प्रदेश में आयोजित तीन दिवसीय टोगा एवं टेफ्टिगेस नेशनल ट्रेडिशनल ओलंपिक में प्रांजल सिंह ने मार्शल आर्ट्स स्पर्धा में भाग लिया जहां चौदह राज्यों से आए खिलाड़ियों ने अलग अलग खेलों में भाग लिया। प्रांजल सिंह अपने कोच संतोष निर्मलकर के कड़ी मेहनत और तैयारी से मार्शल आर्ट स्पर्धा में पांच राज्यों के नेशनल तथा इंटरनेशनल को पराजित कर अपने राज्य तथा जिले का नाम रौशन करने का सपना पूरा किया।
प्रांजल सिंह के मेहनत लगन और स्वर्ण पदक के जीत के लिए जिला के गणमान्य नागरिक तथा प्रसाशन उनका पीठ थपथपा रही है। वहीं प्रांजल सिंह अपने कोच संतोष निर्मलकर को स्पर्धा की तैयारी कराने के लिए आभार व्यक्त किया है।


