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प्रणव मुखर्जी की किताब ने कांग्रेस के संदिग्ध चरित्र को उजागर कर दिया: BJP

तेलंगाना भारतीय जनता पार्टी के मुख्य प्रवक्ता के कृष्ण सागर राव ने कहा है कि पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी लिखित एवं हाल में जारी की गयी पुस्तक ‘प्रेसिडेंशियल ईयर्स 2012-2017’ ने कांग्रेस के तेलंगाना राज्य के गठन में संदिग्ध राजनीतिक चरित्र को उजागर कर दिया है

प्रणव मुखर्जी की किताब ने कांग्रेस के संदिग्ध चरित्र को उजागर कर दिया: BJP
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हैदराबाद। तेलंगाना भारतीय जनता पार्टी के मुख्य प्रवक्ता के कृष्ण सागर राव ने कहा है कि पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी लिखित एवं हाल में जारी की गयी पुस्तक ‘प्रेसिडेंशियल ईयर्स 2012-2017’ ने कांग्रेस के तेलंगाना राज्य के गठन में संदिग्ध राजनीतिक चरित्र को उजागर कर दिया है।

कृष्ण सागर राव ने बुधवार को यहां जारी बयान में कहा कि मुखर्जी ने अपनी पुस्तक में स्पष्ट रूप से कहा,“मैं तेलंगाना के गठन की अनुमति नहीं देता।” उन्हें ( मुखर्जी को) अलग तेलंगाना राज्य की मांग को समझने और कांग्रेस पार्टी द्वारा उसी के लिए एक प्रस्ताव तैयार करने की जिम्मेदारी दी गई थी।

कृष्ण सागर राव ने कहा कि ‘तेलंगाना पुनर्गठन विधेयक’ लाने के लिए ‘प्रणव मुखर्जी समिति’ जिम्मेदार थी। हालांकि जैसा कि उनकी किताब में उन्होंने स्वयं स्वीकार किया है जो इस बात का सबूत है कि ना तो उनका (श्री मुखर्जी) और ना ही कांग्रेस पार्टी का तेलंगाना को अलग राज्य का दर्जा देने का कोई वास्तविक इरादा था।

भाजपा नेता ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने वर्ष 2014 के आम चुनाव से पहले तेलंगाना के मतदाताओं को शांत करने के लिए संसद में तेलंगाना विधेयक लाकर एक राजनीतिक खेल खेला, जिससे तेलंगाना और आंध्र दोनों क्षेत्रों में चुनावी जीत सुनिश्चित हो सके, क्योंकि वे मानते थे कि संसद में यह विधेयक कभी पास नहीं होगा।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी का असली इरादा तेलंगाना विधेयक को पेश करने के बाद इसे ताक पर रखने का था, क्योंकि उसके पास दोनों सदनों में बहुमत नहीं था और कांग्रेस पार्टी चुनावी लाभ के लिए अलग राज्य की भावना का फायदा उठाना चाहती थी।


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