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प्रधान ने एनसीईआरटी और यूनेस्को के जरिए विकसित कॉमिक बुक 'लेट्स मूव फॉरवर्ड' जारी की

केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने 'लेट्स मूव फॉरवर्ड' नामक एक अनूठी कॉमिक बुक जारी की है

प्रधान ने एनसीईआरटी और यूनेस्को के जरिए विकसित कॉमिक बुक लेट्स मूव फॉरवर्ड जारी की
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नई दिल्ली। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने 'लेट्स मूव फॉरवर्ड' नामक एक अनूठी कॉमिक बुक जारी की है। प्रधान ने कहा कि यह पुस्तक कहानी के माध्यम से छात्रों का मनोरंजन करते हुए उन्हें समग्र कल्याण को प्राथमिकता देने के लिए प्रेरित करेगी।

"लेट्स मूव फॉरवर्ड" कॉमिक बुक किशोरों की विविध आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए डिज़ाइन की गई है और स्कूल स्वास्थ्य और कल्याण कार्यक्रम के 11 विषयगत घटकों से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी को समाहित करती है। इनमें भावनात्मक कल्याण, पारस्परिक संबंध, लैंगिक समानता, पोषण और स्वास्थ्य, मादक द्रव्यों के सेवन की रोकथाम, स्वस्थ जीवन शैली, प्रजनन स्वास्थ्य, इंटरनेट सुरक्षा और बहुत सारे विषय शामिल हैं।

शिक्षा मंत्री का कहना है कि यह कॉमिक बुक किशोरों में जिम्मेदार और स्वास्थ्य के प्रति जागरूक व्यवहार को बढ़ावा देने के लिए आवश्यक जीवन कौशल प्रदान करती है। यह अभिनव दृष्टिकोण न केवल स्वास्थ्य संबंधी ज्ञान का प्रसार करता है, बल्कि व्यापक व्यक्तिगत विकास के लिए आवश्यक जीवन कौशल को ग्रहण करने में सुगम बनाता है। भाषाई विविधता में समावेश सुनिश्चित करने के लिए यह हिंदी, अंग्रेजी, असमिया, बंगाली, गुजराती, कन्नड़, मलयालम, मराठी, उड़िया, तमिल और तेलुगू सहित कई भाषाओं में उपलब्ध है।

केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने कहा कि "लेट्स मूव फॉरवर्ड" कॉमिक बुक देशभर के विभिन्न शैक्षणिक और स्वास्थ्य संस्थानों में वितरित की जाएगी। इसके वितरण में राज्य स्कूल शिक्षा विभाग, एससीईआरटी, शिक्षक शिक्षा कॉलेज (सीटीई), शिक्षा में उन्नत अध्ययन संस्थान (आईएएसई), जिला शिक्षा और प्रशिक्षण संस्थान (डीआईईटी), ब्लॉक शिक्षक शिक्षा संस्थान (बीआईटीई) और राज्यों के स्वास्थ्य विभाग शामिल होंगे। इसके अतिरिक्त, कॉमिक पुस्तकों को सीबीएसई से सम्बद्ध 29,000 स्कूलों में वितरित किया जाएगा, जिससे इसकी पहुंच और बढ़ेगी। कॉमिक बुक का एक इलेक्ट्रॉनिक संस्करण शिक्षा मंत्रालय (एमओई), एनसीईआरटी, यूनेस्को और दीक्षा वेबसाइटों पर भी उपलब्ध होगा।

उन्होंने मानसिक स्वास्थ्य जैसे महत्वपूर्ण संदेश देने में कहानियों के महत्व पर जोर देते हुए उम्मीद जताई कि भविष्य में इस तरह की और अधिक कॉमिक पुस्तकें तैयार की जाएंगी। उन्होंने कहा कि सामाजिक सद्भाव और कल्याण विकसित करने के लिए अच्छी कहानियां बेहद महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने भारत की जी20 अध्यक्षता के समय यूनेस्को के साथ साझेदारी के महत्व और फाउंडेशनल लिटरेसी एंड न्यूमरेसी विषय का भी उल्लेख किया, जिसे कॉमिक पुस्तकों की मदद से फैलाया जा सकता है।

उन्होंने यूनेस्को से भारतीय कहानियों को फैलाने का आग्रह किया ताकि इससे न केवल भारत के युवाओं, बल्कि पूरे विश्व के युवाओं को लाभ हो। उन्होंने कहा, 'अन्वेषण', 'प्रयोग' और 'अनुभव' बहुत महत्वपूर्ण होने जा रहे हैं।

प्रधान ने कहा कि अमृतकाल के साथ, भारतीय ज्ञान को मार्गदर्शक प्रकाश के रूप में पूरे विश्‍व में फैलाने की लहर पैदा करनी है। यह कॉमिक बुक राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) और यूनेस्को नई दिल्ली के बीच एक सहयोगात्मक प्रयास है। यह स्कूल स्वास्थ्य और कल्याण कार्यक्रम (एसएचडब्ल्यूपी) के लक्ष्यों को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रगति का प्रतीक है।

उन्‍होंने कहा कि स्कूल स्वास्थ्य और कल्याण कार्यक्रम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अप्रैल, 2018 में आयुष्मान भारत अभियान के तहत शुरू की गई एसएचडब्ल्यूपी, शिक्षा मंत्रालय और स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा शुरू की गई एक पहल है। इसका प्राथमिक उद्देश्य स्वास्थ्य शिक्षा प्रदान करना, बीमारियों की रोकथाम करना और शैक्षणिक संस्थानों के भीतर कल्याण केंद्रों के माध्यम से स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच बढ़ाना है।


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