प्रधान आरक्षक आत्महत्या मामले में परिजन ने की निष्पक्ष जांच की मांग
मध्यप्रदेश के भिंड जिले के रौन थाने के प्रधान आरक्षक रामकुमार शुक्ला की आत्महत्या के मामले में परिजन ने निष्पक्ष एजेंसी से जांच कराने की मांग की है
भिंड। मध्यप्रदेश के भिंड जिले के रौन थाने के प्रधान आरक्षक रामकुमार शुक्ला की आत्महत्या के मामले में परिजन ने निष्पक्ष एजेंसी से जांच कराने की मांग की है।
मुरैना अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनुराग सुजानिया ने भिंड जिला पुलिस मुख्यालय पहुंचकर कल जांच की शुरुआत की। इस जांच पर प्रधान आरक्षक के बेटे विकास शुक्ला ने कहा कि मामले में निष्पक्ष एजेंसी से या न्यायिक जांच कराई जाए।
विकास ने कहा कि पुलिस अधीक्षक के यहां तैनात रहने के दौरान कोई कर्मचारी बयान के लिए सामने नहीं आएगा। अटेर से कांग्रेस विधायक हेमंत कटारे ने भी प्रकरण की सीबीआई जांच की मांग उठाई।
विधायक श्री कटारे मृतक प्रधान आरक्षक के घर पहुंचे और चंबलरेंज के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) उमेश जोगा से मामले की जांच के बारे में बात की।
विधायक ने कहा कि पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिला तो वे परिजन को साथ लेकर धरना देंगे। वहीं जांच अधिकारी श्री सुजानिया ने कहा कि फरियादी पक्ष से जांच में जितना सहयोग मिलेगा, जांच उतनी ही जल्द पूरी होगी।
पूरी जांच रिपोर्ट गोपनीय रहेगी। रौन थाने के प्रधान आरक्षक ने दो अक्टूबर को कथित तौर पर थाना प्रभारी सुरेंद्र गौर की प्रताड़ना से परेशान होकर आत्महत्या कर ली थी।


