भूकंप का जोखिम कम करने के लिए अभ्यास
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने भूकंप के जोखिमों को कम करने की तैयारियों को पुख्ता करने के लिए आज यहां राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में अभ्यास किया

नई दिल्ली । राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने भूकंप के जोखिमों को कम करने की तैयारियों को पुख्ता करने के लिए आज यहां राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में अभ्यास किया।
यह अभ्यास तीन राज्यों के आपदा प्रबंधन प्राधिकरणों के साथ मिलकर दिल्ली के सभी 11 जिलों, हरियाणा के चार जिलों झज्जर, फरीदाबाद, गुरूग्राम और सोनीपत तथा उत्तर प्रदेश के तीन जिलों गौतम बुद्ध नगर , गाजियाबाद और मेरठ में किया गया।
केन्द्र सरकार की आपदा प्रबंधन से संबंधित तैयारियों के बारे में 100 दिन की कार्ययोजना के तहत किया गया यह पहला अभ्यास है जो एक जुलाई से शुरू होने वाली अमरनाथ यात्रा से पहले किया गया है। इसके बाद जुलाई में उत्तर प्रदेश और हिमाचल प्रदेश में बाढ और भूकंप की स्थिति से निपटने के लिए अभ्यास किये जायेंगे। अगस्त में तमिलनाडु में मानवीय सहायता और आपदा राहत अभ्यास का आयोजन किया जायेगा।
अभ्यास के लिए यहां बनाये गये इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर में उप राज्यपाल अनिल बैजल और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को तैयारियों के बारे में जानकारी दी गयी। इस दौरान अधिकारियों के साथ आपदा प्रबंधन से संबंधित तैयारियों की समीक्षा की गयी। इसके आधार पर एक निश्चित समय सीमा में कुछ बड़े कदम उठाने का भी निर्णय लिया गया।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने फरीदाबाद में अभ्यास के दौरान राहत और बचाव अभियान का जायजा लिया तथा तैयारियों की समीक्षा की। यह अभ्यास रिक्टर पैमाने पर 7 अंकों की तीव्रता वाले भूकंप को ध्यान में रखकर किया गया जिसका केन्द्र हरियाणा के सोहना जिले में था।


