रौब दिखाने वाले तथाकथित नेता के पास प्राधिकरण अधिकारियों की अश्लील क्लिप
ग्रेटर नोएडा के बिरौंडी गांव के एक युवक को मेरठ मंडल के कमिश्नर डॉ. प्रभात कुमार के सामने प्राधिकरण के सीईओ पर मंत्री का नाम लेकर दबाव बना रहा था

ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा के बिरौंडी गांव के एक युवक को मेरठ मंडल के कमिश्नर डॉ. प्रभात कुमार के सामने प्राधिकरण के सीईओ पर मंत्री का नाम लेकर दबाव बना रहा था। जिसमें कमिश्नर ने अपने कार्यालय से उसे गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस ने गिरफ्तार तथाकथित नेता से लंबी पूछताछ की और और उसका मोबाइल जांच किया तो मोबाइल में प्राधिकरण के कई अधिकारियों का अश्लील विडियो क्लिप मिला है।
बताया जाता है कि वीडियो क्लिप के माध्यम से तथाकथित नेता प्राधिकरण अधिकारियों को ब्लैकमेल करता था। पुलिस उसके वीडियो क्लिब का डिलिट करना चाहते थे लेकिन वह पुलिस के विनती करता रहा कि क्लिप डिलिट न करे। तथाकथित नेता सात फीसदी भूखंड लगवाने की सिफारिश को लेकर प्राधिकरण पहुंचा था। आधिकारियों से बात करते-करते युवक ताव में आ गया और भूखंड का लोकेशन लगवाने के लिए के लिए एक मंत्री का नाम लेकर रौब झाड़ने लगा।
यह देख कर कमिश्नर का पारा चढ़ गया। उन्होंने तत्काल मौके पर पुलिस को बुलाकर युवक को उसके हवाले कर दिया। कमिश्नर व सीईओ के सामने पुलिस ने जब उसकी तलाशी ली गई। उसके जेब से सपा के सक्रिय कार्यकर्ता की रसीद मिली। इसके अलावा कई मुहर, पैन कार्ड, व एक डायरी मिली। उसमें कई नेताओं, पूर्व मंत्रियों व अधिकारियों के फोन नंबर मिले। सपा नेताओं के साथ उसके फोटो भी मिले। डायरी में रकम की लेनदेन का हिसाब लिखा हुआ था। देर रात कासना कोतवाली में प्राधिकरण से शिकायत मिलने के बाद उसके खिलाफ मामला दर्ज किया।
पुलिस को कथाकथित नेता के पास से लोगों के 10 पैन कार्ड, आईडी कार्ड, 18 मुहर व डेबिड कार्ड, चैक बुक तीन एटीएम, दो ड्राईविंग लाइसेंस बरामद किए है। पुलिस ने कथाकथित नेता के पास से एक कार बरामद की है। यमुना प्राधिकरण के निरीक्षक की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज किया है। पुलिस ने आरोपी से मिले सामान को सीज की जेल भेज दिया।
पुलिस ने जब उसके मोबाइल जांच किया तो उसके कई प्राधिकरण अधिकारियों के अश्लील विडियो क्लिप भी मिले, जिसमें माध्यम से वह प्राधिकरण अधिकारियों को ब्लैकमैल भी करता था।
पुलिस ने बताया कि आरोपी कपिल बंसल का काम लोगों को लोन दिलवाना था। पुलिस के अनुसार आरोपी के पास से मिली डायरी में मिले नेताओं के नंबरों की जांच कर रही है।


