गरीब परिवारों को सस्ती दर का राशन नहीं मिल पाएगा
हरियाणा में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग इस बार राशन वितरण ऑनलाइन तरीके से करेगा लेकिन इस योजना में इतनी खामियां हैं कि हजारों गरीब परिवारों को सस्ती दर का राशन ही नहीं मिल पाएगा ।
सिरसा। हरियाणा में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग इस बार राशन वितरण ऑनलाइन तरीके से करेगा लेकिन इस योजना में इतनी खामियां हैं कि हजारों गरीब परिवारों को सस्ती दर का राशन ही नहीं मिल पाएगा ।
सूत्रों के अनुसार सरकार ने राशन वितरण में धांधली रोकने के लिए ऑनलाइन प्रणाली अपनायी है। अबकी बार डिपू होल्डरों को ऑनलाइन ही राशन का आवंटन किया गया है। उन्हें निर्देश दिए गए है कि जिन लोगों के नाम सूची में हैं , उन्हें ही राशन जारी किया जाए । विभाग की आेर से तैयार की गई सूची में हजारों खामियां हैं। अनेक परिवारों की यूनिट संख्या में गड़बड़ी की गयी है। जिस परिवार में पांच सदस्य हैं, उनमें तीन सदस्यों के ही नाम हैं। यानी उस परिवार को कम राशन मिल पाएगा । इसी प्रकार सूची में अनेक परिवारों को बीपीएल श्रेणी से काट दिया गया है ।
हरे राशनकार्ड धारक को गुलाबी कार्ड धारक दर्शा रखा है। ऐसे में अनेक पात्र परिवार सस्ती दर का राशन हासिल करने से वंचित रह जाएंगे। अकेले सिरसा जिला में 600 से अधिक डिपू होल्डर हैं । हर डिपू में 100 से 150 कार्डधारकों की सूची में गडबड़ी है। कमोबेश ऐसी ही स्थिति प्रदेश के हर जिले में है ।
सरकार की आेर से फर्जी राशनकार्ड धारकों को चिह्नित करने के लिए राशनकार्ड को आधार से जोड़ने का कार्य करवाया गया। डाटा फीडिंग के कार्य में गंभीरता नहीं दर्शायी गयी। हजारों परिवारों को सूची में जोड़ा ही नहीं गया। राशन वितरण प्रणाली को ऑनलाइन करने में यही अड़चन आ रही थी। इसी वजह से सरकार की आेर से वचित परिवारों के पुन: फार्म भरवाए गए लेकिन नयी सूची में इन परिवारों को शामिल ही नहीं किया गया है।
डाटा फीडिंग का कार्य सरकार की आेर से निजी एजेंसी को दिया गया । एजेंसी की आेर से पहले तो पर्याप्त कर्मचारी ही नियुक्त नहीं किए गए। बाद में विभाग ने प्राइवेट स्तर पर फीडिंग का कार्य करवाया गया । डिपू होल्डरों से डाटा फीडिंग की एवज में पैसे वसूले गए । कुछेक डिपू होल्डर ने उपभोक्ताओं से पैसा वसूला।
अनेक ने अपनी जेब से फीडिंग का खर्च वहन किया । इसके बावजूद समस्या जस की तस बनी हुई है।
डिपू होल्डर तीन-तीन बार फार्म भरकर दे चुके है लेकिन गड़बड़ियां अभी तक बनी हुई हैं। वरिष्ठ भाजपा नेता राहुल सेतिया ने सूची में गड़बड़ी के लिए नौकरशाही को जिम्मेवार ठहराया है।
अधिकारियों-कर्मचारियों की वजह से गरीबों को परेशानी में डाला जा रहा है । कर्मचारियों की वजह से भाजपा सरकार को बदनाम करने की साजिश रची गई है। सरकार की आेर से गरीबों का निवाला नहीं छीना गया है । इस सूची को सुधारा जाएगा तथा सस्ते राशन से महरूम किए गए परिवारों को उनका हक दिलवाया जाएगा ।


