तमिलनाडु में धूमधाम से मनाया गया पोंगल
पोंगल तमिलनाडु में पूरे धार्मिक उत्साह और उल्लास के साथ मनाया गया। कई दिनों तक चलने वाले इस त्योहार की शुरूआत प्रत्येक वर्ष तमिल महीने ‘थाई’ के के पहले दिन के साथ होती है।

चेन्नई। नई फसल आने की खुशी में मनाया जाने वाला पारंपरिक त्योहार पोंगल तमिलनाडु में पूरे धार्मिक उत्साह और उल्लास के साथ मनाया गया। कई दिनों तक चलने वाले इस त्योहार की शुरूआत प्रत्येक वर्ष तमिल महीने ‘थाई’ के पहले दिन के साथ होती है।
पोंगल के पहले दिन लोग पूरे उत्साह के साथ भगवान सूर्य की पूजा करते हैं। आज इस पर्व के अवसर पर लोगों ने नए वस्त्र पहनकर चावल, दाल, गुड़ और दूध से बना पारंपरिक पोंगल तैयार कर भगवान सूर्य को अर्पित किया। किसानों ने भी भगवान सूर्य को पोंगल अर्पित कर भरपूर फसल वाले मौसम के लिए धन्यवाद दिया।
ग्रामीण क्षेत्रों में इस पर्व को पूरे उत्साह और उल्लास के साथ मनाया जाता है। इस अवसर पर लोग अपने आंगनों में रंगोली बनाते हैं। इसके अलावा लोग सजे हुए मिट्टी के बर्तनों में पारंपरिक पोंगल भी तैयार करते हैं।
पोंगल मुख्य रूप से भगवान सूर्य की ओर से कृषि के लिए दी गई ऊर्जा के लिए उन्हें धन्यवाद देने का भी अवसर है। इस त्योहार पर पारंपरिक रूप से खेले जाने वाले खेल जल्लीकट्टू (सांडों की लड़ाई) पर उच्चतम न्यायालय की ओर से लगे प्रतिबंध के कारण दक्षिण के कई जिलों में इस पर्व को लेकर लोगों में उत्साह कम देखा गया।
उत्तरपूर्वी मानसून के पूरी तरह कमजोर रहने से कावेरी डेल्टा क्षेत्र में इस वर्ष पड़े भयंकर सूखे और किसानों की आत्महत्याओं की घटनाओं से लोगों में इस त्योहार को लेकर उत्साह की कमी रही। तमिलनाडु के राज्यपाल सी एच विद्यासागर राव, मुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम और विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के नेताओं ने भी लोगों को पोंगल की शुभकामनाएं दीं।


