पटाखों से 10 प्रतिशत बढ़ा प्रदूषण
सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बाद भी लोगों ने पटाखे खरीदे और जलाए भी

नोएडा। सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बाद भी लोगों ने पटाखे खरीदे और जलाए भी। इसका असर दीवाली के एक दिन बाद देखने को मिला। यहा प्रदूषण के स्तर में 10 प्रतिशत का इजाफा हुआ। आगामी दो से तीन दिन में प्रदूषण के स्तर में कमी आएगी। दावा किया गया था कि पटाखे नहीं जलने पर 30 प्रतिशत प्रदूषण के स्तर में कमी होगी। लेकिन ऐसा हुआ नहीं।
अदालत के आदेश के बाद शहर में लाइसेंस के लिए 1170 लोगों के आवेदनों को निरस्त कर दिया गया था। कयास लगाए गए थे कि पटाखा कारोबार को करीब 100 करोड़ रुपए का नुकसान उठाना पड़ेगा। हुआ कुछ ऐसा ही लेकिन लोगों ने पटाखे खरीदे भी और जलाए भी। आंकड़ों को देखे तो इस बार अन्य साल के मुकाबले पटाखा जलाने में काफी कमी भी रही। शहर के पॉश सेक्टर के अलावा कई अन्य सेक्टरों में पटाखा मुक्त दिवाली मनाई गई। जागरूकता को लेकर गत कई दिनों से लगातार सामाजिक संगठनों द्वारा भी प्रयास किए जा रहे है। बहराल शुक्रवार सुबह की शुरुआत धुंध के साथ हुई।
सुबह छह बजे पीएम.2.5 व पीएम-10 में सामान्य दिनों की अपेक्षा कई गुना बढ़ोतरी देखी गई। धूप निकलने के साथ प्रदूषण के कण हल्के होकर नीचे की तरफ आ गए। ऐसे में वातावरण साफ होता दिखा। प्रदूषण विभाग की माने तो आदेश का पूरा असर शहर में देखने को मिला। यहा प्रदूषण का स्तर काफी कम दिखा।
क्या कहते है आंकड़े
भले ही सर्वोच्च न्यायालय के द्बारा दिल्ली-एनसीआर में पटाखे बेचने पर बैन रहा हो, लेकिन इसके बाद भी दिल्ली-एनसीआर जमकर पटाखे चले। जिसके कारण आबोहवा में प्रदूषण की बढ़ोत्तरी हुई है। इसका असर खुले आसमान में और हवा की गुणवत्ता पर भी दिखाई दे रही है। शहर में प्रदूषण की मात्रा 10 गुणा तक बढ़ गई है।
नोएडा सेक्टर-125 में सुबह 8:30 बजे पीएम-10 का स्तर 784ए जबकि पीएम 2.5 भी 555 के स्तर पर था। वहीं नोएडा सेक्टर-62 में पीएम10 का स्तर 456 और पीएम 2.5 भी 284 के स्तर पर था। नोएडा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी बीबी अवस्थी ने बताया कि सर्वोच्च न्यायालय के पटाखों पर बैन के आदेश का असर इस बार प्रदूषण पर दिखाई दिया है। शहर में इस बार प्रदूषण पिछले साल के मुकाबले कम दिखाई दे रहा है। जबकि उम्मीद थी कि इस बार प्रदूषण नाम मात्र का ही बढ़ेगा कारण कि सुप्रीम कोर्ट के द्बारा पटाखे बेचने पर बैन लगा दिया गया है।


