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देश में लोकतंत्र समाप्त करने वालों और बचाने वालों के बीच लड़ाई : कन्हैया कुमार

देश में लोकतंत्र समाप्त करने वालों और बचाने वालों के बीच लड़ाई : कन्हैया कुमार
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कन्हैया कुमार ने समझाया वोट का अधिकार छिनने का मतलब

लखीसराय। कांग्रेस के नेता कन्हैया कुमार ने गुरुवार को कहा कि वोट का अधिकार छिनने का मतलब है कि नौकरी, रोजगार, पेंशन, और जमीन का अधिकार छिनना। इस देश में एक तरफ लोकतंत्र को समाप्त करने वाले लोग हैं, तो दूसरी तरफ लोकतंत्र बचाने वाले लोग हैं, जो संविधान और लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं।

कन्हैया कुमार ने भाजपा की क्रोनोलॉजी समझाई

लखीसराय में एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कन्हैया कुमार ने भाजपा की क्रोनोलॉजी समझाते हुए कहा कि पहले इन्होंने ईडी, सीबीआई जैसी संस्थाओं से विधायकों को डराया और धमकाया, उसके बाद इन विधायकों को खरीदकर सरकार बदल दी गई। अब चुनाव आयोग और वोट चोरी की कोशिश की गई। लेकिन, जब यह चोरी पकड़ी गई, तो अब 'मुख्यमंत्री चोरी' करने का प्रयास शुरू किया गया है।

उन्होंने कहा कि एक विधेयक लाया गया है, जिसमें मुख्यमंत्री को जेल जाने पर हटाने का प्रावधान है। भाजपा लोकतंत्र को लाठीतंत्र बनाना चाहती है। जब सरकार चोरी से बनेगी, तो उससे ईमानदारी की उम्मीद करना बेमानी है।

राजद नेता और राज्यसभा सांसद संजय यादव ने राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की 'वोटर अधिकार यात्रा' को पूरी तरह सफल बताते हुए कहा कि इस यात्रा में जन आस्था और जन विश्वास दिख रहा है। पहले इस सरकार ने पढ़ाई, रोजगार, कमाई चुराई और अब वोट चुराने की कोशिश में है।

उन्होंने कहा कि वोट चोरी और सीनाजोरी बिहार में नहीं चलेगी। बिहार लोकतंत्र की जननी रही है। उन्होंने चुनाव आयोग को निशाने पर लेते हुए कहा कि यह चुनाव आयोग भाजपा की लोकतंत्र निरोधक शाखा बन गई है। उन्होंने सरकार के नए बिल को लेकर कहा कि भाजपा लोकतंत्र को जंजीरों में जकड़ना चाहती है।


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