राहुल गांधी को खुला पत्र लिखने वाले 272 लोगों में कई भाजपा-आरएसएस सदस्य, कई पर भ्रष्टाचार के आरोप : कांग्रेस
कांग्रेस ने कहा है कि लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के 'वोट चोरी' के आरोपों को लेकर जिन 'तथाकथित' 272 प्रतिष्ठित लोगों ने उनकी आलोचना की है ,उनमें से कई का संबंध भाजपा तथा आरएसएस से है और कई पर भ्रष्टाचार के आरोप रहे हैं

राहुल की आलोचना करने वाले प्रतिष्ठित 272 लोगों में कई भाजपा सदस्य, कई पर रहे भ्रष्टाचार के आरोप : कांग्रेस
नई दिल्ली। कांग्रेस ने कहा है कि लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के 'वोट चोरी' के आरोपों को लेकर जिन 'तथाकथित' 272 प्रतिष्ठित लोगों ने उनकी आलोचना की है ,उनमें से कई का संबंध भाजपा तथा आरएसएस से है और कई पर भ्रष्टाचार के आरोप रहे हैं।
कांग्रेस ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया पेज एक्स पर एक पोस्ट में शुक्रवार को कहा कि गांधी ने पूरे सबूतों और तथ्यों के साथ भाजपा पर चुनाव आयोग के साथ मिलकर 'वोट चोरी' की बात कही थी लेकिन उस मामले को राजनीतिक महत्वाकांक्षा करार देते हुए जिन तथाकथित प्रतिष्ठित 272 नागरिकों ने गांधी को गलत ठहराते हुए खुला पत्र लिखा है इनमें कई लोगों पर भ्रष्टाचार के आरोप रहे हैं और कई भाजपा में शामिल हो चुके हैं।
पार्टी ने आरोप लगाया कि इन प्रतिष्ठित लोगों में ज्यादातर का संबंध भाजपा तथा आरएसएस से है इसलिए उन्होंने लोकतंत्र बचाने की लड़ाई में एकजुट होने की बजाय लोकतंत्र को कमजोर करने में लगे लोगोंं के हित में दिलचस्पी दिखायी है।
पार्टी ने कहा कि लगभग 272 'प्रतिष्ठित' आवाज़ें अचानक सामने आकर विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर निशाना साध रही हैं, सिर्फ़ इसलिए क्योंकि उन्होंने सबूतों के साथ देशव्यापी वोट चोरी का पर्दाफ़ाश करने की हिम्मत कर प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी के सिंहासन की नींव हिला दी है।
कांग्रेस ने सवाल किया कि इन तथाकथित प्रतिष्ठित लोगों ने गांधी के दावों के खिलाफ ही आवाज क्यों उठाई और इस मामले में पेश 'वोट चोरी' के स्पष्ट सबूतों को नज़रअंदाज़ क्यों किया है। पार्टी का कहना है कि इन तथाकथित प्रतिष्ठित बुद्धिजीवियों में कुछ विवेकानंद फ़ाउंडेशन और इंडिया फ़ाउंडेशन से जुड़े हैं। इनमें से कई पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप रहे हैं लेकिन आज भाजपा से जुड़ते ही सब कुछ साफ़ हो सकता है।


