मानसून सत्र : राज्यसभा की कार्यवाही 2 बजे तक के लिए स्थगित
राज्यसभा में विभिन्न विषयों को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच मानसून सत्र के अंतिम दिन बृहस्पतिवार को भी गतिरोध बना रहा जिसके कारण सदन की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक स्थगित करनी पड़ी।

राज्यसभा में सत्ता पक्ष, विपक्ष के बीच गतिरोध बरकरार, कार्यवाही दो बजे तक स्थगित
नई दिल्ली। राज्यसभा में विभिन्न विषयों को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच मानसून सत्र के अंतिम दिन बृहस्पतिवार को भी गतिरोध बना रहा जिसके कारण सदन की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक स्थगित करनी पड़ी।
करीब पांच सप्ताह तक चले मानसून सत्र में सदस्यों के हंगामे के कारण एक दिन भी शून्यकाल और प्रश्नकाल की कार्यवाही सुचारू ढंग से नहीं चल सकी है।
सत्ता पक्ष तथा विपक्ष के अपने-अपने रुख पर अड़े रहने से समूचे सत्र का हंगामे की भेंट चढ़ना तय है। दोनों पक्ष मतदाता सूची पुनरीक्षण तथा अन्य विषयों पर अपने-अपने रुख पर अड़े रहे हैं जिससे सदन की कार्यवाही निरंतर बाधित हो रही है।
सरकार ने इस दौरान कई विधेयक पारित कराये लेकिन ये सभी या तो हंगामे के बीच या विपक्ष की अनुपस्थिति में ही पारित हुए हैं। जहां विपक्ष मतदाता सूची के मुद्दे पर चर्चा कराने की मांग पर अड़ा है वहीं सत्ता पक्ष संवैधानिक व्यवस्था का हवाला देते हुए चर्चा कराने के लिए राजी नहीं है।
उप सभापति हरिवंश ने सुबह विधायी दस्तावेज सदन के पटल पर रखे जाने के बाद कहा कि उन्हें नियम 267 के तहत चार अलग-अलग विषयों पर चर्चा कराने के लिए कार्यस्थगन प्रस्ताव के 18 नोटिस मिले हैं। उन्होंने कहा कि ये सभी नोटिस नियमों के अनुरूप नहीं हैं, इसलिए इन्हें स्वीकार नहीं किया गया है।
उनके इतना कहते ही विपक्ष के सदस्य अपनी जगह से उठकर जोर-जोर से बोलने लगे। उप सभापति ने कहा कि आप कृपया शांत रहें। उन्होंने कहा कि यदि सदस्य शून्यकाल की कार्यवाही नहीं चलने देना चाहते तो वह सदन की कार्यवाही दो बजे तक के लिए स्थगित कर रहे हैं।


